स्टार वेटलिफ्टर्स मीराबाई चानू और जेरेमी लालरिनुंगा उज्बेकिस्तान के ताशकेंट में 16 से 25 अप्रैल तक होने वाले एशियाई वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप्स में भारतीय टीम की अगुवाई करेंगे। अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टिंग फेडरेशन गोल्ड लेवल इवेंट एशियाई एथलीट्स के लिए ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट का काम भी करेगा। जहां मीराबाई चानू और जेरेमी लालरिनुंगा महिलाओं के 49 किग्रा और पुरुषों के 67 किग्रा वर्ग में हिस्सा लेंगे। वहीं 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन सतीश शिवालिंगम पुरुषों के 81 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
मीराबाई चानू और जेरेमी लालरिनुंगा इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक्स में अपनी जगह पक्की करने के इरादे से फ्लोर पर आएंगे। एशियाई चैंपियनशिप्स में दमदार प्रदर्शन से न सिर्फ इन्हें अपनी दावेदारी पेश करने में मदद मिलेगी, लेकिन टोक्यो के लिए शानदार तैयारी का भी अवसर होगा। टोक्यो गेम्स में वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में प्रत्येक वर्ग में 14 प्रतियोगी नजर आएंगे। शीर्ष 8 तो आईडब्ल्यूएफ वर्ल्ड रैंकिंग चार्ट्स में से होंगे, जहां प्रत्येक देश से एक भारोत्तोलक को सीधे ओलंपिक्स में एंट्री मिलेगी।
पांच महाद्वीप में से उच्च रैंकिंग वाले लिफ्टर को पांच स्थान आवंटित किए गए हैं जबकि आखिरी स्थान मेजबान देश के लिए रिजर्व है। पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई चानू 49 किग्रा वजन वर्ग में चौथे रैंक पर हैं। 2018 यूथ ओलंपिक्स के गोल्ड मेडलिस्ट जेरेमी लालरिनुंगा टॉप-8 के बाहर एशियाई में सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाले हैं। वह 67 किग्रा वर्ग में 22वें स्थान पर हैं।
मीराबाई चानू से मेडल की उम्मीद
सिडनी ओलंपिक (2000) में ब्रॉन्ज मेडलिस्ट रहीं भारतीय भारोत्तोलक कर्णम मल्लेश्वरी ने उम्मीद जताई की मीराबाई चानू अपने पिछले ओलंपिक के अनुभव का फायदा उठाते हुए टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए मेडल जरूर जीतेंगी। पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतने की मजबूत दावेदार हैं।
ओलंपिक में पदक जीतने वाली देश की पहली महिला खिलाड़ी ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि मीराबाई चानू इस साल ओलंपिक में बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने पिछले ओलंपिक से काफी कुछ सीखा है, मैं इस बात को लेकर लगभग आश्वस्त हूं कि वह इस बार पदक जीतेगी।'
एशियाई वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप्स के लिए भारतीय टीम
पुरुष: जेरेमी लालरिनुंगा (67 किग्रा), अचिंता सेउली (73 किग्रा), सतीश शिवालिंगम (81 किग्रा)
महिला: झिली डालाबहेरा (45 किग्रा), साखोम मीराबाई चानू और स्नेहा सोरेन (दोनों 49 किग्रा), पी अनुराधा (87 किग्रा)