ग्रीको रोमन स्पर्धा में भाग लेने वाले दो भारतीय रेस्लर्स में से एक हरदीप सिंह ने अपनी निरंतरता और कौशल से सभी को काफी प्रभावित किया। जेएसडब्लू स्पोर्ट्स एक्सीलेंस प्रोग्राम का हिस्सा रहे हरदीप एक मजबूत ग्रेप्लर हैं जो विश्व के सर्वश्रेष्ठ पहलवानों से लोहा ले सकते हैं। उन्होंने एशियाई रेसलिंग ओलंपिक क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट में दूसरे स्थान पर रहकर क्वालीफाई किया। सिंह ने इससे पहले 2016 एशियाई रेसलिंग चैंपियनशिप में 98 किग्रा वजन वर्ग में रजत पदक जीता था। हरदीप के करियर के बारे में एक रोचक बात जानने की यह है कि उन्होंने 2009 में फ्रीस्टाइल छोड़कर ग्रीको-रोमन की ओर रुख कर लिया था। तब उनकी उम्र 19 वर्ष थी। 2004 के बाद से हरदीप सिंह भारत की तरफ से ग्रीको-रोमन स्पर्धा के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले पहलवान हैं। रियो में उनसे बहुत उम्मीदें हैं और वह अपनी निरंतरता और चतुरता से विरोधी पहलवान को चौंकाने के लिए जरुर बेकरार होंगे।