भारत की युवा पहलवान अंतिम पंघाल ने इतिहास रचते हुए लगातार दूसरी बार अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीता है। अंतिम ने जॉर्डन के अम्मान में चल रही प्रतियोगिता में 53 किलोग्राम भार वर्ग में जोरदार प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। खास बात यह है कि अपनी पूरी स्पर्धा में अंतिम ने केवल 2 अंक गंवाए।
पहले दौर में 19 साल की अंतिम ने पोलैंड की निकोला विसनिवेस्का को 10-0 के अंतर से हरा दिया था। इसके बाद क्वार्टर-फाइनल में चीन की जुएजिंग लियांग के खिलाफ अंतिम ने 12-2 के अंतर से जीत हासिल की। सेमीफाइनल में भी अंतिम का पलड़ा ही भारी रहा और वह विरोधी पोलीना लुकीना के खिलाफ 12-0 से जीतीं। इसके बाद फाइनल में यूक्रेन की मारिया येफरेमोवा को अंतिम 4-0 से हराकर गोल्ड जीता।
अंतिम ने पिछले साल भी वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था। कुछ हफ्तों पहले ही जब एशियन गेम्स के ट्रायल्स में वह जीती थीं तो 53 किलोग्राम भार वर्ग में उन्हें स्टैंडबाई के रूप में चुना गया था और पूर्व विश्व चैंपियनशिप मेडलिस्ट विनेश फोगाट को सीधे एंट्री दी गई थी। ऐसे में अंतिम ने इस फैसले के खिलाफ अदालत का दरवाजा तक खटखटाया था और विनेश को ट्रायल में खेलने की चुनौती दी थी। अब विनेश को घुटने की चोट के कारण ऑपरेशन करवाना पड़ा है जिसके बाद अंतिम का एशियन गेम्स में सीधे भारत का प्रतिनिधित्व करना तय है।
अंतिम के अलावा भारत को अंडर-17 वर्ल्ड चैंपियन सविता दलाल ने भी गोल्ड दिलाया। सविता ने 62 किलोग्राम भार वर्ग में शानदार प्रदर्शन किया और वेनेजुएला की एस्ट्रिड चिरिनोस को मात देकर गोल्ड जीतने में कामयाब रहीं। 57 किलोग्राम भार वर्ग में भारत की रीना को ब्रॉन्ज मिला तो 72 किलोग्राम वेट कैटेगरी में हर्षिता ब्रॉन्ज जीतने में सफल रहीं। भारत की अंतिम नाम की एक और महिला पहलवान ने 65 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीता।
भारत को प्रतियोगिता में मोहित कुमार और प्रिया मलिक ने पहले ही गोल्ड मेडल दिलाए थे जिस कारण टीम इंडिया ने 4 गोल्ड, 2 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज लेकर कुल 12 पदक जीते हैं।