रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के खिलाफ देश के नामचीन पहलवानों के द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद खेल जगत में हड़कंप मच गया है। विश्व चैंपियनशिप मेडलिस्ट विनेश फोगाट, ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण के साथ ही फेडरेशन में मनमानी का आरोप लगाया है। विनेश फोगाट मीडिया के सामने अपनी बात बताते हुए रो पड़ीं और बताया कि उन्हें फेडरेशन ने काफी परेशान किया।
दिल्ली के जंतर-मंतर पर साथी पहलवानों के साथ बैठी विनेश ने बताया कि टोक्यो ओलंपिक में जल्दी हारकर बाहर हो जाने के बाद WFI अध्यक्ष ने उन्हें 'खोटा सिक्का' बुलाया। विनेश के मुताबिक बृजभूषण शरण सिंह ने ओलंपिक में खराब प्रदर्शन के बाद उनसे मिलने से मना कर दिया। विनेश ने बताया कि खुद देश के प्रधानमंत्री ने उनसे और उनके परिवार के साथ मिलकर बात की और हौसला बढ़ाया लेकिन बृजभूषण शरण सिंह ने उन्हें समय नहीं दिया।
विनेश अपना दर्द बताते हुए भावुक हो गईं और बताया कि टोक्यो ओलंपिक में निराशा के बाद फेडरेशन ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और हर दिन खुदकुशी के बारे में तक सोचने को मजबूर हो गईं। विनेश ने यह भी कहा कि जानबूझकर उनकी गलत छवि मीडिया में फेडरेशन द्वारा पेश की गई। विनेश के मुताबिक ओलंपिक के दौरान उनके साथ फिजियो न भेजकर खुद अध्यक्ष और फेडरेशन सचिव को भेजा गया।
इस पूरे मामले में गौर करने वाली बात ये है कि 2021 में टोक्यो ओलंपिक के बाद विनेश पर WFI ने अनुशासनहीनता का आरोप लगाया था और उन्हें निलंबित करने की कार्रवाई की थी। विनेश ने इस पर चुप्पी तोड़ते हुए बताया कि ओलंपिक खेलों में जिन कोच को उनके साथ भेजा गया उन्हें महिला कुश्ती का कोई अनुभव नहीं रहा और वह लगातार खिलाड़ियों को मानसिक रूप से परेशान करते हैं। विनेश के मुताबिक WFI अध्यक्ष लगातार हर आयु वर्ग की खिलाड़ियों का यौन शोषण करते आए हैं और साथ ही उनके निजी जीवन में भी लगातार दखलअंदाजी करते आए हैं। मामले में बृजभूषण शरण सिंह ने प्रकरण को अपने खिलाफ साजिश करार दिया है।