'हमारे पास महिला पहलवानों के शोषण के सबूत, जरूरत पड़ने पर पुलिस का सहारा भी लेंगे' - विनेश फोगाट

जंतर-मंतर पर धरने पर बैठी साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया।
जंतर-मंतर पर धरने पर बैठी साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया

देश की कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर लगे यौन शोषण के आरोप के प्रकरण में नया मोड़ आया है। अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंत-मंतर धरने पर बैठे पहलवानों ने दावा किया है कि उनके पास महिला पहलवानों के साथ हुए शोषण के सबूत मौजूद हैं जिन्हें वह जल्द ही पुलिस के सामने भी पेश कर सकते हैं।

धरने पर बैठे ओलंपिक मेडलिस्ट बजरंग पुनिया, विश्व चैंपियनशिप मेडलिस्ट विनेश फोगाट ने खेल मंत्रालय के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। लेकिन पहलवानों ने साफ किया है कि उन्हें केवल आश्वासन दिया गया और किसी प्रकार का कोई ठोस वादा नहीं किया गया। यही कारण है कि पहलवान अब भी धरने पर बैठे हुए हैं। रियो ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने साफ किया है कि जब तक किसी ठोस कार्रवाई का संतोष नहीं मिल जाता, वह सभी धरने पर ही बैठे रहेंगे।

विनेश फोगाट ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि बुधवार को जब वह धरने पर बैठे थे तब उनके पास एक से दो महिला पहलवानों का साथ था लेकिन अब धरने पर बैठने के बाद उनके पास करीब 10 महिला पहलवानों की कहानियां हैं और सबूत भी हैं। विनेश ने यह भी बताया कि उनके पास केरल और महाराष्ट्र की महिला पहलवानों के कॉल भी आए हैं।

पूर्व एशियन चैंपियन पहलवान दिव्या काकरान ने विरोध करने वाले पहलवानों के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए एक वीडियो जारी किया था। विनेश से इसपर सवाल पूछा गया तो उन्होंने दावा किया कि दिव्या काकरान एक समय तक खुद अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ उनसे चर्चा करती थीं और अभी उनसे वीडियो जबरन बनवाया गया है।

धरने पर बैठे बजरंग पुनिया ने पत्रकारों को बताया कि उनकी लड़ाई किसी सरकार से नहीं है लेकिन वह चाहते हैं कि कुश्ती महासंघ पूरी तरह भंग किया जाए और नए सिरे से कुश्ती के संचालकों का चयन हो। बजरंग ने कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ की पहचान के लोग ही राज्यों के कुश्ती संघों में भी बैठे हैं और ऐसे में जरूरी है कि राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर कुश्ती के पदाधिकारी बदले जाएं। धरने पर बैठे पहलवानों ने मांग की है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने वाले पहलवानों को कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष बनाया जाए ताकि खेल का विकास अच्छे से हो सके।इस बीच खेल मंत्रालय ने WFI से प्रकरण में जवाब-तलब किया है। साथ ही अयोध्या में 21 से 23 जनवरी के बीच कुश्ती के हितधारकों की आपात बैठक बुलाई गई है।

Edited by Prashant Kumar