भारत के लिए कुश्ती में शुक्रवार की शुरुआत अच्छी नहीं रही, अहले 74 किग्रा वर्ग में पदक के प्रबल दावेदार नरसिंह यादव पर लगे 4 साल के बैन की ख़बरों ने भारतवासियों को मायूस कर दिया। इसके बाद शाम में 57 किग्रा वर्ग में भारत की चुनौती संदीप तोमर को अपने पहले ही मुक़ाबले में हार का सामना करना पड़ा। संदीप को रूस के विक्टर लेबदेव के हाथो 3-7 से शिकस्त झेलनी पड़ी है। इसके बाद भी संदीप तोमर के पास भारत के लिए पदक दिलाने का मौक़ा था, जैसे साक्षी मलिक ने रेपचेज़ राउंड के ज़रिए कांस्य पदक जीता था। इसके लिए संदीप और पूरे भारतवासियों की नज़र रूस के पहलवान विक्टर लेबदेव पर थी, रूसी पहलवान को अपने सारे मुक़ाबले जीतते हुए फ़ाइनल में पहुंचना था, ऐसा होता तो संदीप को एक और मौक़ा मिलता। लेकिन रूस रूस के पहलवान अपना अगला मुक़ाबला इरान के सबज़ली रहिमी से हार गए। इस मुक़ाबले को हारते ही संदीप तोमर की उम्मीदें भी ख़त्म हो गईं। अगर विक्टर लेबदेव जीतते हुए फ़ाइनल तक पहुंच जाते हैं तो फिर भारत के संदीप तोमर को रेपचेज़ राउंड के ज़रिए एक और मौक़ा मिलता, लेकिन ऐसा हो न सका। संदीप तोमर ने शुरुआत तो अच्छी की थी जब दो बार के वर्ल्ड चैंपियन रूसी पहलवान को संदीप ने कड़ी टक्कर दी और पहले राउंड में सिर्फ़ एक अंक गंवाया और वह भी पेनल्टी के तौर पर। लेकिन दूसरे राउंड में संदीप ने निराश किया और सिर्फ़ 3 अंक ही जीत पाए, जबकि विक्टर लेबदेव ने 6 और अंक जीतते हुए संदीप को मुक़ाबले से पूरी तरह बाहर कर दिया था। जब मैच ख़त्म हुआ तो भारतीय पहलवान 3-7 से मुक़ाबला हार चुके थे।