भारत के स्टार पहलवान दीपक पूनिया इस समय नरेला में अपने कोच की देखरेख में अखाड़ा में ट्रेनिंग कर रहे हैं। दीपक पूनिया 86 किग्रा वर्ग में पहले ही ओलंपिक कोटा सुरक्षित कर चुके हैं। दीपक पूनिया पूरे लॉकडाउन के दौरान अपने किसी दोस्त या रिश्तेदार से नहीं मिले और टोक्यो गेम्स को दिमाग में रखते हुए कड़ा अभ्यास कर रहे हैं। लंबे ब्रेक के बाद विश्व चैंपियनशिप के सिल्वर मेडलिस्ट दीपक पूनिया व्यक्तिगत रेसलिंग विश्व कप पर मैट में लौटकर खुश हैं। 27 साल के पहलवान दीपक पूनिया का लक्ष्य पोडियम फिनिश करना है।
दीपक पूनिया ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा, 'मैं कड़ी प्रतियोगिता का इंतजार कर रहा था ताकि हिस्सा लेकर ओलंपिक्स की तैयारी कर सकूं। एक पहलवान बिना रेसलिंग मैट के नहीं रह सकता। अब समय आ गया है। मैं विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता हूं। मेरा पूरा ध्यान ओलंपिक्स पर है। ओलंपिक्स मेरा प्रमुख लक्ष्य है।' कोरोना वायरस महामारी के कारण मार्च के बाद भारतीय पहलवान पहली प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं, जो सर्बिया के बेलग्रेड में होने जा रही है।
सुशील कुमार ने दिए महत्वपूर्ण टिप्स: दीपक पूनिया
दीपक पूनिया ने आगे बातचीत करते हुए कहा, 'मैंने लॉकडाउन में ट्रेनिंग मिस नहीं की। मैं आम दिनों के जैसे ही अपने कार्यक्रम का पालन कर रहा था। अब बड़ा ध्यान विश्व कप पर है। लंबे समय बाद हम सब बड़े टूर्नामेंट जैसे विश्व कप में हिस्सा लेने जा रहे हैं और मैं कोई गलती नहीं करना चाहता। मैं पूरी तरह तैयार हूं। मैंने कुछ क्षेत्रों में काफी काम किया है। मैं दोस्तों के साथ बाहर नहीं गया कि मस्ती करूं। मैंने पूरा ध्यान अपनी ट्रेनिंग पर लगाया। मैं सुशील भाईसाहब के संपर्क में रहा। उन्होंने मुझे विश्व कप से पहले प्रोत्साहन और टिप्स दिए।'
विश्व कप की शुरूआत 12 दिसंबर से हुई। पूनिया 86 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगे। वह 17 दिसंबर को एक्शन में नजर आएंगे। दीपक पूनिया ने कहा, 'विश्व कप बड़ा टूर्नामेंट है। मैं अपना 100 प्रतिशत देना चाहता हूं। मैं एक समय में सिर्फ एक बाउट के बारे में सोचूंगा। मेरे दिमाग में निश्चित ही मेडल है। मगर प्रमुख लक्ष्य ओलंपिक्स है।' 2019 विश्व चैंपियनशिप के सिल्वर मेडलिस्ट और पूर्व जूनियर वर्ल्ड चैंपियन दीपक पूनिया का मानना है कि विश्व कप ऐसा मंच है, जिससे काफी कुछ सीखने को मिलेगा और टोक्यो ओलंपिक्स से पहले कुछ क्षेत्रों में सुधार करने का मौका मिलेगा।
27 साल के दीपक पूनिया ने कहा, 'मैं कुछ क्षेत्रों में सुधार करना चाहता हूं। इसके लिए मुझे कुछ बड़े टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेना होगा। ट्रेनिंग और एक्सरसाइज महत्वपूर्ण हैं, लेकिन असली सीख या अनुभव प्रतियोगिता से मिलती है।'