2018 एशियाई खेल और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक्स को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। विनेश ने कहा कि जो मौका उन्होंने 2016 रियो ओलंपिक्स में चोटिल होने के कारण गँवा दिया था, उसे वह टोक्यो में पूरी तरह से भुनाने की कोशिश करेंगी।
गौरतलब है कि 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली विनेश हाल ही में अगले साल के ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय रेसलर बनी थी। रियो ओलंपिक्स में 48 किलोग्राम वर्ग में विनेश फोगाट के पास पदक जीतने का सुनहरा मौका था, लेकिन चोटिल होने के कारण वह क्वार्टरफाइनल से बाहर हो गई थी।
अगले साल टोक्यो ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करने के बाद विनेश ने एक इवेंट के दौरान कहा," मेरे ऊपर कोई अतिरिक्त दबाव नहीं है। रियो ओलंपिक्स में मैं अपना मैच पूरा नहीं खेल पाई थी और इसी वजह से पदक जीतने की संभावनाएं भी खत्म हो गई थी, लेकिन टोक्यो में मैं अपने मैच को पूरा करने की कोशिश करूंगी और जो रियो में मैं हासिल नहीं कर पाई थी, वह अगले साल हासिल करने का प्रयास करूंगी।"
इसके अलावा विनेश ने कहा," अगर मैं अगले साल हार जाती हूँ तो भी मैं आगे बढ़ूंगी और अगर मैं जीत गई तो उससे निश्चित तौर पर मुझे काफी फायदा होगा। इसके अलावा कई सारे सवाल जो मेरे दिमाग में अभी चल रहे हैं, उसके जवाब भी मुझे मिल जाएंगे।"
विनेश ने 2019 की शुरुआत में अपनी वेट कैटेगरी को 50kg से 53kg कर लिया था और वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के बाद उन्होंने इस फैसले को सही भी साबित किया। उन्होंने इसके बारे में बताया कि मुझे वेट चेंज करने से काफी फायदा हुआ है और मैं लगातार मेडल जीत रही हूँ। इसके अलावा विनेश ने कहा कि इससे उनके चोटिल होने की संभावनाएं भी कम रहेंगी।
25 वर्षीय विनेश ने पिछले साल एशियाई खेलों और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के अलावा 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण और 2014 एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था। उन्होंने 2019 में कजाखस्तान के नूर-सुल्तान में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई किया। इसके अलावा विनेश ने एशियाई चैंपियनशिप में तीन रजत और तीन कांस्य पदक जीते हैं। उन्हें 2016 में अर्जुन अवॉर्ड से भी नवाज़ा जा चुका है।
दिल्ली में ज़ी कुश्ती दंगल के विमोचन के मौके पर विनेश फोगाट के साथ दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार, युवा रेसलर दिव्या काकरण और संदीप तोमर भी मौजूद थे।