#1 WWE नकली है
Ad
नकली होने में और अभिनय करने में काफी अंतर होता है। फिल्में नकली होती हैं पर हम फिर भी उन्हे देखते हैं। यहाँ तक की हम पैसा खर्च करके फिल्मों को सिनेमा में देखने जाते हैं। रेस्लिंग के साथ भी ऐसा ही है। यहाँ भी एक स्क्रिप्ट होती है, यहाँ भी एक कहानी होती है, यहाँ भी फिल्मों की तरह सब कुछ होता है। फर्क इतना है की यहाँ असली की चोटें लगती हैं। यह शो पूरे साल में 300 दिनों से भी ज़्यादा चलता है। और किसी भी रेसलर को यहाँ ज़्यादा आराम नहीं मिलता है। इन सब के बाद भी रेस्लिंग को नकली कहना सही नहीं है। लेखक-रेंजिथ रविन्द्रन, अनुवादक-नितीश उनियाल
Edited by Staff Editor