गोल्डबर्ग
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गोल्डबर्ग के ग़ुस्से को देखकर हम कह सकते हैं कि वो "हास्यजनक" बिल्कुल नहीं होंगे। लेकिन उनका किरदार ही ऐसा है। विरोधियों पर जैकहैमर और स्पीयर से हमला कर लेने के बाद गोल्डबर्ग के अंदर का शैतान शांत हो जाता है और वो मज़ाकिया बन जाते हैं। गोल्डबर्ग एक जिंदादिल इंसान है और दर्शकों को इसकी झलक उनकी दो फिल्में रेडी टू रम्बल और द लोंगेस्ट यार्ड में देखने मिली।
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