एक रैसलर को प्रोफेशनल रैसलर बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। हर प्रोफेशनल रैसलर का सपना होता है कि वह WWE में रैसलिंग करें और WWE चैंपियनशिप जीते। WWE में हल्क होगन, स्टीव ऑस्टिन, द अंडरटेकर, द रॉक, जॉन सीना और ट्रिपल जैसे सुपरस्टार रहे हैं जिन्होंने WWE चैंपियनशिप अपने नाम की है। हालांकि WWE में कुछ ऐसे भी रैसलर्स रहे हैं जो काफी शानदार तो थे लेकिन उन्होंने कभी भी WWE चैंपियनशिप नहीं जीती। इसी कड़ी में हम उन 10 महान रैसलर्स के बारे में बात करेंगे जिन्होंने कभी भी WWE चैंपियनशिप नहीं जीती।
'द मिलियन डॉलर मैन' टेड डीबियासी
WWE के इतिहास में टेड डिबियासी सबसे शानदार हील के रूप में थे। उन्होंने WWE में तब शुरूआत की रिंग में केवल बेबीफेस को तवज्जो मिलती थी। लेकिन बावजूद इसके उन्होंने 80 के दशक के आखिरी में 90 के दशक के शुरूआत में एक शानदार हील के रूप में खुद को स्थापित किया। बावजूद इसके वह कभी कभी WWE चैंपियनशिप नहीं जीत सके। यह वाकई बहुत दुखद है कि इतने महान रैसलर होने के बावजूद टेड डिबियासी को WWE चैंपियनशिप से दूर रखा गया।
गोल्डस्ट
इस लिस्ट में गोल्डस्ट का नाम देखकर आप जरूर हैरान होंगे लेकिन यह सच है कि गोल्डस्ट को कभी भी WWE चैंपियनशिप जीतने का मौका नहीं मिला। गोल्डस्ट के कैरेक्टर को देखते हुए वह WWE चैंपियनशिप के बिल्कुल हकदार हैं। इसे WWE का दुर्भाग्य कहेंगे कि गोल्डस्ट जैसे रैसलर्स को WWE टाइटल से दूर रखा गया।
विलियम रीगल
यूरोप के सबसे शानदार रैसलर्स में एक विलियम रीगल WWE में सबसे कम आंके जाने वाले सुपरस्टार रहे हैं। विलियम रीगल को उनकी शानदार रिंग तकनीक के लिए जाना जाता था बावजूद इसके वह कंपनी में WWE चैंपियनशिप जीतने में सफल नहीं हुए। रीगल को एक मेहनती और काम के प्रति हमेशा ईमानदार रैसलर के रूप में जाना जाता था।
रेजर रमोन (स्कॉट हॉल)
यह काफी चौंकाने वाला है स्कॉट हॉल कभी भी WWE चैंपियन नहीं बने। रैसलिंग के इतिहास में वह ऐसे रैसलर थे जिनका कैरेक्टर काफी प्रभावित करने वाला था। वह रिंग में शानदार थे लेकिन बावजूद इसके उन्हें कभी WWE चैंपियन बनने का मौका नहीं मिला। स्कॉट हॉल के केवल एक ही बात कही जा सकती है कि वह निश्चित रूप से WWE चैंपियनशिप के हकदार थे।
रिक रूड
सभी समय के सबसे शानदार इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियन रिक रूड WWE में एक ऐसे हील के रूप में थे जिन्होंने कभी भी WWE चैंपियनशिप नहीं जीती। रिक रूड रिंग में तो शानदार थे ही साथ ही उनका किलर लुक सभी को काफी प्रभावित करता था। उनकी WWE में परफॉर्मेंस को देखने के बाद यह वाकई काफी दुर्भाग्य की बात है कि रिक रूड जैसे महान रैसलर ने WWE चैंपियनशिप नहीं जीती।
मिस्टर परफेक्ट
रिक रूड की तरह ही मि. परफेक्ट का नाम भी इस लिस्ट में आना काफी हैरान कर देने वाला है कि ऐसे दिग्गज रैसलर्स WWE चैंपियनशिप से दूर रहे हैं। मि. परफेक्ट की रिंग में परफॉर्मेंस देख चुके फैंस इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि वह रिंग में तकनीक के मामले में वह कितने शानदार थे। मि. परफेक्ट का WWE चैंपियन न बनना WWE के लिए काफी दुर्भाग्य की बात है।
डस्टी रोड्स
डस्टी रोड्स रैसलिंग के इतिहास के सबसे शानदार रैसलर्स में से एक हैं। बावजूद इसके वह कभी भी WWE चैंपियन नहीं बन पाए। शायद WWE को अपनी गलती का एहसास होगा कि डस्टी रोड्स जो कि इस WWE चैंपियनशिप के हकदार थे उन्हें इस टाइटल से दूर रखकर उन्होंने बहुत बड़ी गलती है। हमारे ख्याल से WWE के पास इस बात का कोई जवाब नहीं होगा कि आखिरी रोड्स को WWE चैंपियनशिप से दूर क्यों रखा गया।
जैक द स्नेक रॉबर्ट्स
इसमें कोई शक नहीं है कि जैक द स्नैक रॉबर्ट्स सबसे शानदार हील में से एक रहे हैं। इस बात का कोई तुक नहीं समझ आता है कि आखिर WWE ने उन्हें WWE चैंपियनशिप से दूर क्यों रखा। 90 के दशक में जैक द स्नैक रॉबर्ट्स रोस्टर पर सबसे शानदार हील के रूप में फैंस थे बावजूद इसके WWE का उन्हें WWE चैंपियनशिप के लिए मौका न देना काफी शर्मनाक बात है।
राउडी रोडी पाइपर
राउडी रोडी पाइपर ऐसे रैसलर थे जिनसे सीएम पंक और रोंडा राउजी काफी प्रभावित हैं लेकिन आपको यह जानकर काफी हैरानी होगी कि राउडी रोडी पाइपर कभी भी WWE चैंपियन नहीं बन पाए। पाइपर ने NWA में कई टाइटल जीते, इसके अलावा उन्होंने WWE में इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप भी जीती लेकिन वह कभी भी WWE चैंपियनशिप नहीं जीत सके। यह काफी हैरान करने वाला है कि आखिर WWE ऐसे दिग्गज रैसलर को WWE टाइटल से कैसे दूर रख सकता है।
ओवन हार्ट
आप इस लिस्ट में ओवन हार्ट का नाम देखकर सबसे हैरान होंगे कि ओवन हार्ट ने कभी भी WWE चैंपियनशिप नहीं जीती। ओवन का शानदार लुक और उनकी रिंग में फिउड करने का अंदाज उन्हें सबसे अलग बनाता था। इन सब चीजों के बावजूद वह कभी WWE चैंपियन नहीं बन सके। लंबे समय से रैसलिंग को फॉलो कर रहे फैंस को ओवन हार्ट के WWE चैंपियन ना बनने का आज भी मलाल है। लेखक: ईशान भट्टाचार्य, अनुवादक: अंकित कुमार