अब पता नहीं इसमें कोई अभिशाप है या कुछ और लेकिन जो भी आंद्रे द जाइंट बैटल रॉयल जीता है, वो अपना मोमेंटम खो देता है। ये 2014 में सिजेरो, 2015 में बिग शो और 2016 में बरौन कोर्बिन के साथ हो चुका है। कोर्बिन ने रैसलमेनिया में शानदार वापसी की और खिताबी जीता, लेकिन सब बेकार गयी। कंपनी में यही एकमात्र चीज़ मिली हैं। इसके बाद वे डोल्फ़ ज़िगलेर के साथ बेकार फिउड में लग गए जिससे कोई फायदा नहीं हुआ। उन्हें स्मैकडाउन में लाकर मिडकार्ड फिउड में शामिल करना चाहिए, वें वहां से उभर कर सामने आएंगे।
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