करीब 10 हफ़्तों तक दर्शकों को WWE में बेहतरीन रैसलिंग देखने मिला। एक सिंगल्स मैच के दौरान ने कहा, "हे भगवान! मैंने ऐसा कभी नहीं देखा।" रैसलिंग जॉर्नलिस्ट होने के बावजूद हमें भी कई बेहतरीन लम्हे देखने मिले।
कई बार वें सब इतने तेज़ थे कि हमे अपनी रफ़्तार बढ़ानी पड़ी। इसलिए यहाँ पर हम उन 10 बातों का जिक्र करेंगे जो हमने क्रूजरवेट क्लासिक से सीखी।
10: क्रूजरवेट डिवीज़न का चेहरा होंगे टीजे पर्किन्स
जहाँ ऐजे को बड़ा पुरुस्कार मिला, वहीँ अब हमारे पास टीजे हैं जो अब रॉ पर क्रूज़रवेट का चेहरा होंगे। पर्किन्स एक समय पर बेघर थे और यहाँ तक पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की।
वें एक बेबीफेस हैं और परिस्तिथियों को गलत साबित करते हुए वें कईयों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। विजेता बनने के लिए उन्होंने दर्शकों की भीड़ के बीच में दर्शकों के पसंदीदा रैसलर को हराया। इस डिवीज़न को वें आगे कैसे लेकर जाते हैं ये देखने लायक होगा।
9: ट्रिपल एच ने इंडिपेंडेंट रैसलिंग की ओर सभी की आँखें खोली
WWE में भविष्य के स्टार्स के रूप में विंस मैकमैहन ने हमेशा बॉडीबिल्डर्स, फुटबॉल खिलाड़ी और टीवी स्टार्स को देखा है। वहीँ ट्रिपल एच ने सभी की आंखें हमारे आस-पास मौजूद इंडिपेंडेंट रैसलिंग की ओर खोली हैं।
अब रैसलिंग के दर्शक बदल रहे हैं और ट्रिपल एच की बदौलत WWE में भी बदलाव दिख रहे हैं।
8: ‘क्रूजरवेट’ का मतलब हमेशा हाई फ्लाइंग नहीं होता
हमेशा से ‘क्रूजरवेट’ को हाई फ्लाइंग और 'कांटे की टक्कर' वाला गया है। लेकिन क्रूजरवेट क्लासिक की मदद से ये गलतफहमी अब दूर हो चुकी है।
चाहे सबमिशन रैसलिंग हो या फिर स्ट्रांग स्टाइल की रैसलिंग, क्रूजरवेट ने हमेशा साबित किया कि इसमें कई तरह के एथेलीट होते हैं।
7: लेकिन कभी-कभी यहाँ पर 'हाई फ्लाइंग एक्शन' होता है
क्रूजरवेट ऐसा कर सकते हैं। ये साल 2016 है और आज के रैसलर्स का शेप और स्तिथि अच्छी है। पहले एपिसोड से लेकर आखरी एपिसोड तक हमें कमाल का प्रदर्शन देखने मिला।
6: रॉ में भी बदलाव हो सकता है
पूरा डिवीज़न जिसमें कई उम्दा रैसलर्स भरे हैं, वें सब मंडे नाईट रॉ की ओर बढ़ रहे हैं। इनकी अगुवाई करेंगे क्रूजरवेट चैंपियन टीजे पर्किन्स। अगर रॉ की रफ़्तार बढाने में कोई मदद कर सकता है तो वो है क्रूजरवेट।
अब हमें मंडे नाईट रॉ का बेसब्री से इंतज़ार हैं।
5: कई बार खेल का फॉर्मेट मनोरंजन फॉर्मेट से अच्छा होता है
साल 2016 में कुछ ही लोग हैं जिन्हें 'केफेब' में विश्वास है। इसलिए हमारे हिसाब से रैसलिंग में मनोरंजन की जगह रैसलिंग प्रतिभा को लेनी चाहिए। वैसे भी दर्शक रैसलिंग शो पर रैसलिंग देखने आते हैं। मुख्य रॉस्टर से हमारी शिकायत रैसलिंग नहीं बल्कि उनकी लिखावट है।
ज्यादा एक्शन और कम मनोरंजन ये है रैसलिंग का सही नुस्खा।
4: मैरो रानॉलो और डेनियल ब्रायन की जोड़ी मजेदार कॉमेंट्री करती है
टॉम फिलिप्स और कोरी ग्रेव्स से माफ़ी मांगने चाहूंगा क्योंकि हमारी नज़रों में मैरो रानैलो और डेनियल ब्रायन की जोड़ी सबसे अच्छी कॉमेंट्री करती है। प्रो रैसलिंग के प्रति दोनों की लगन और हर मैच को बेबीफेस कहने की उनकी आदत, हाल ही के दिनों में किसी और कमेंटेटर में नहीं दिखी।
इससे साफ पाता चलता है कि आपको कॉमेंट्री बूथ पर तीन व्यक्तियों की ज़रूरत नहीं है। वहीँ JBL की गैर-मौजूदगी भी अच्छी लगी।
3: WWE का ढिलाई से काम करना
क्रूजरवेट क्लासिक में लगभग सब सही हुआ। अंत में ट्रिपल एच ने बेल्ट का अनावरण किया जिसका रंग नीला था। क्या इसका अर्थ ये हो सकता है कि स्मैकडाउन के पास उनका खुद का कोई क्रूजरवेट डिवीज़न होगा? लेकिन इसमें अभी समय है, यहाँ पर WWE को क्रूजरवेट चैंपियनशिप ख़िताब लाल रंग में करनी चाहिए थी। यहाँ पर उस बेकार से WWE यूनिवर्सल चैंपियनशिप का ज्यादा मतलब बनता है।
2: क्रूजरवेट चैंपियनशिप में कई बेहतरीन लम्हे थे
जी हाँ, टीजे पर्किन्स का CWC जीतना एक बेहतरीन लम्हा था। लेकिन इसके अलावा भी कई लम्हों ने हमे खुश किया। जब ब्रायन केंड्रिक बाहर हुए तो हमे पता था कि उन्हें अब दोबारा मौका नहीं मिलेगा, इसपर कईयों के दिल टूटे।
डेनियल ब्रायन ने यहाँ पर अपना जादू फेरा, जब वें बीच रिंग में जाकर अपने दोस्त से गले लगे। सेड्रिक एलेग्जेंडर का बाहर होना भी दुःखद था।
1: बुधवार की रातें अब पहले जैसी नहीं होगी
10 हफ़्तों के कमाल के रैसलिंग के लिए CWC का शुक्रिया।
लेखक: रिजु डासगुप्ता, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी