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हर 12 में से 1 व्यक्ति रंगों में फर्क नहीं बता सकता और ब्रॉक वो एक व्यक्ति हैं। लेकिन जंगल के जंगली जानवर भी रंगों में फर्क नहीं कर सकते, तो यहाँ पर ब्रॉक की बात समझ आती है। ज्यादातर कलर ब्लाइंड लोग सब चीज़ साफ़-साफ़ देख सकते हैं, लेकिन 'लाल', 'हरे' या 'नीले' रंग पूरी तरह से देख नहीं सकते। ब्रॉक की कलर ब्लाइंडनेस आम है, उन्हें लाल/हरे रंग में परेशानी होती है। मतलब वे लाल और हरे रंग की वस्तुओं में फर्क नहीं कर पाते।
Edited by Staff Editor