एक लम्बे समय के बाद क्रिस बेन्वा वापिस खबरों में हैं, बेन्वा की जिंदगी पर बायोपिक "क्रॉसफेस" बनने वाली है। जर्मन डायरेक्टर लेक्सी एलेग्जेंडर इसपर काम करेंगे और ये फिल्म मैथ्यू रंडाज़्ज़ो की विवादस्पद किताब रिंग ऑफ़ हैल: द स्टोरी ऑफ़ क्रिस बेन्वा एंड द फॉल ऑफ़ प्रो रैसलिंग इंडस्ट्री पर बनेगी। इस फिल्म का सभी बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं, क्योंकि इस पूरी घटना के बारे में सब जानना चाहते हैं। अब जब बेन्वा खबरों में आ चुके हैं तो उनके साथ हुई त्रासदी और उनके जीवन पर बातें करनी चाहिए। ये रही बेन्वा से जुडी कुछ बातें जिनके बारे में शायद आपको मालूम न हो: 1- WWE नेटवर्क के पास बेन्वा के मैच हैं क्रिस बेन्वा त्रासदी की खबर जैसे ही खबरों में आई, WWE ने उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया और उनके मौजूदगी के सभी सबूत मिटा दिए। WWE के किताबों में क्रिस बेन्वा के सभी ख़िताब गायब हैं, लेकिन उन्हें आप WWE नेटवर्क पर देख सकते हैं। अगर आप WWE नेटवर्क पर बेन्वा के मैच खोजेंगे तो ECW हार्डकोर टीवी का आपको एक मैच दिखाई देगा जहाँ पर बेन्वा का मैच 2 कोल्ड स्कोर्पिओ से हुआ था। अगर आप क्रिस बेन्वा के मैच देखना शुरू करेंगे तो एक सुचना आएगी: "दिखाया गया प्रोग्राम ओरिजिनल फॉर्म में है। इसमें दिखाये गये कुछ चीज़ों से WWE ताल्लुक नहीं रखती और वे दर्शकों के लिए उचित नहीं होगी। सभी किरदार काल्पनिक हैं और यहाँ पर उनकी निजी जिंदगी के बारे में कुछ नहीं दिखाया जाता। दर्शकों के विवेक की सलाह दी जाती है” 2- फिन बैलर से उनका रिश्ता साल 1986 में क्रिस बेन्वा न्यू जापान प्रो रैसलिंग में गए। उस साल उन्होंने अपने नाम के साथ उस प्रमोशन में डेब्यू किया लेकिन तीन साल बाद बेन्वा मास्क पहनकर और पेगासस किड के नाम से रैसलिंग करने लगे। उस गिम्मिक में उनके कई यादगार मैच हुए और उन्होंने आगे जाकर काफी सम्मान हासिल किया। उसके दो दशक बाद साल 2006 में वापस पेगासस किड आया। इस बार मास्क के नीचे फिन बौलर थे। एक ही मास्क और एक ही नाम के साथ रैसलिंग करने के कारण बौलर और बेन्वा के बीच तुलना होने लगी। लेकिन बाद में बलोर ने गिम्मिक को छोड़ दिया और वे जापान प्रो रैसलिंग के बड़े रैसलर्स में शामिल हुए। 3- PG एरा के पीछे के कारण WWE PG एरा में क्यों गयी, इसकी कोई ठोस वजह तो मालूम। इसके पीछे कई कारण थे और उनमें से एक मुख्य कारण था, क्रिस बेन्वा की मौत। बेन्वा की मौत से WWE के बारे में नकारात्मक बातें उठी और उन्होंने तुरंत इसपर कार्रवाई की। सिर पर चेयर से हमला और खून के इस्तेमाल पर रोक लग गयी। बेन्वा के मौत के एक साल बाद WWE ने टीवी-14 से टीवी-PG पर जाने का निर्णय लिया। हालांकि कई दर्शकों ने इसे ख़ुशी से स्वीकार नहीं किया, लेकिन रैसलर्स के खतरें को कम करने का ये निर्णय अच्छा था। 4- उनकी और एडी गुरेरो की दोस्ती कैसे हुई? एडी गुरेरो और क्रिस बेन्वा की दोस्ती को सभी ने सराहा है। रैसलमेनिया XX का वो लम्हा जहाँ क्रिस बेन्वा और एडी गुरेरो एक साथ अपने हाथ उठाये हुए थे उसे देखकर आज भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं। इन दोनों के बीच की दोस्ती के बारे में हम सब जानते है, लेकिन इसकी शुरुआत कहाँ से हुई। जापान में भी क्रिस बेन्वा और एडी गुरेरो अच्छे दोस्त थे। उसी समय बेन्वा ने इंज़ुइगिरी किक के मदद से एडी को बाहर किया। इसके बाद दोनों की दोस्ती गहरी हो गयी। बेन्वा ने अपनी डायरी में एडी के साथ इस दोस्ती का कई बार जिक्र किया है। कईयों ने यहाँ तक कहा कि अगर एडी ज़िंदा होते तो बेन्वा आत्महत्या नहीं करते। 5- रैसलिंग आब्जर्वर के हॉल ऑफ़ फेम का फिर से चुनाव रैसलिंग आब्जर्वर के डेव मेल्टज़ेर ने हमेशा बेन्वा को लेजेंडरी रैसलर माना है। उनके हिसाब से बेन्वा टॉप 10 के रैसलर हैं और इसी लिए उन्हें साल 2003 में रैसलिंग आब्जर्वर के हॉल ऑफ़ फेम में जगह मिली। लेकिन फिर साल 2007 में हुई घटना के बाद इसपर काफी सवाल उठे और अगले साल दोबारा चुनाव करवाया गया। 50 प्रतिशत से ज्यादा दर्शक बेन्वा को हॉल ऑफ़ फेम में देखना चाहते थे, ये आकंड़ा 56.3% था। लेकिन मेल्टज़ेर ने उन्हें बाहर करने के लिए 60 प्रतिशत का आकंड़ा निर्धारित किया था। 6- डंगऑन प्रोडक्ट हार्ट फैमिली डंगऑन दुनिया की सबसे सम्मानित रैसलिंग स्कूल में से एक है। पिछले कुछ सालों से यहाँ से कई दिग्गज रैसलर आएं हैं जैसे क्रिस जेरिको, जशिन थंडर लिगेर, एज, क्रिस्टीन और लांस स्टॉर्म। इसके अलावा हार्ट फैमिली से ओवन, ब्रेट और नताल्या हैं। यहीं से क्रिस बेन्वा भी आएं हैं। उनकी ट्रेनिंग स्टु हार्ट ने करवाई और इसी वजह से बेन्वा की रैसलिंग फिजिकल और खतरे उठानेवाली है। बेन्वा ने प्रोफेशनल रैसलिंग में डेब्यू भी स्तु हार्ट के प्रमोशन स्टैंपीड रैसलिंग से की। वो साल 1985 था और बच मोफ्फत और मिक हैमर के खिलाफ लड़ने के लिए उन्होंने रिक पैटरसन के साथ टीम बनाई। 7- बेन्वा ने दो बार शादी की जब भी बेन्वा के परिवार का जिक्र होता है तब सभी को ऐसा लगता है कि उनका पूरा परिवार खत्म हो चुका है। ये सही है कि उनकी पत्नी और बच्चे का देहांत हो चुका है, लेकिन सच ये भी है कि नैंसी बेन्वा से शादी के पहले क्रिस ने मार्टिना बेन्वा से शादी की थी। 80 के दशक में उन्होंने मार्टिना से शादी की थी और साल 1997 में उनसे तलाक ले लिया। मार्टिना से बेन्वा के दो बच्चे हैं, डेविड और मेगन। फिर नैंसी ने उन्हें एक बच्चा हुआ जिसका नाम डेनियल रखा गया और उसके जन्म के आठ महीने बाद नवंबर 2000 में क्रिस ने नैंसी से शादी की। बेन्वा का बेटा डेविड एक प्रोफेशनल रैसलर है लेकिन दुर्भग से उसका डेब्यू नहीं हुआ। 8- उनका दाँत रैसलिंग के कारण नहीं टूटा बेन्वा का आक्रोश टूटे हुए दाँत से झलकता था। करियर के अधिकतर समय उनके ऊपरी हिस्से से एक दाँत गायब रहा। कईयों का मानना है कि उन्होंने वो दाँत अपने करियर के शुरुआत में खोया होगा। लेकिन असलियत ये है कि बेन्वा ने अपना ये दाँत बड़े मज़ाकिया ढंग से खोया। वे जब अपने पालतू जानवर के साथ खेल रहे थे तब उनका दाँत टूट गया। कुत्ते के सर से बेन्वा की थुड़ी टकराई और बेन्वा का दाँत टूट गया। ये है बेन्वा के टूटे हुए दाँत की असली कहानी। 9- रैसलिंग स्कूल की योजना एडी गुरेरो की मौत ने बेन्वा की ज़िंदगी बदल दी। वे भावनात्मक रूप से हार गए थे और नैंसी के साथ मिलकर WWE छोड़ने का निर्णय ले लिया। उन्होंने अपने बिज़नस की योजना मर्चेनडाइज़ की तैयारी भी कर ली थी। लेकिन WWE बेन्वा को पेरोल पर रखना चाहती थी और इसलिए उन्हें एक और चैंपियनशिप पुश दिया गया। इस ऑफर के बाद रैसलिंग स्कूल का सपना कभी आगे नहीं बढ़ा। सांड्रा टॉफॉलोनी के अनुसार चैंपियनशिप के लिए बेन्वा और कड़ी मेहनत करने लगे। 10- वे 10 महीनों के अंदर मरनेवाले थे अगर क्रिस बेन्वा मर्डर-सुसाइड त्रासदी में न फंसे होते तो भी वे 10 महीनों के भीतर मरनेवाले थे। इस बात का खुलासा उनकी सिस्टर इन लॉ, सांड्रा टॉफॉलोनी ने की। The2count.com को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "जी हाँ, मेरे ब्रदर इन लॉ, के सिर पर गहरी चोट थी और ये उनके काम के कारण उन्हें लगी थी। लेकिन उनकी उससे बड़ी समस्या थी स्टेरॉयड और ड्रग की। दुर्भाग्य की बात ये है कि आज कई रैसलर्स उसका इस्तेमाल करते हैं। ये हद से बाहर होते जा रहा है। मेडिकल अफसर ने हमें बता दिया कि 10 महीनों के अंदर उनकी मृत्यु हो जाएगी। उनका दिल बढ़ चुका था, आम आदमी के दिल से 4 गुना बड़ा था और कभी भी फट सकता था।" किसी भी हाल मेरा बेन्वा मौत की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन जिस तरह से उन्होंने अपना अंत किया उससे कंपनी की छवि को भारी नुकसान हुआ। लेखक: रंजीत रवीन्द्रन, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी