रॉयल रंबल मैच WWE के लिए सबसे असंगत रहा है। इसमें 1993 से विजेता को चैंपियनशिप के लिए मौका दिया जाता है। इस शो को फैंस बड़ी तल्लीनता से देखते हैं और बेसब्री से इंतजार करते हैं। ये मैच बेहद आनंदमयी है, पर इसके अंत ने कई बार निराश किया है। इस शो पर कभी सही तो कभी गलत विजेता मिले हैं और ये साल सबसे ज़्यादा ध्यान में आते हैं:
1990
ये मैच भले ही उस चैंपियनशिप वाले मौके की प्रथा से पहले हुआ था, पर इस जीत का कोई लाभ नहीं था।हल्क होगन वैसे भी इस टाइटल को रैसलमेनिया 6 पर हारने वाले थे, पर अगर अल्टीमेट वारियर को ये जीत मिलती तो उन्हें टोरंटो में रैसलमेनिया तक जाते हुए ज़्यादा मोमेंटम मिल जाता। इस जीत ने लम्बे समय में कहानियों को कोई ज़्यादा फायदा नहीं पहुंचाया।
1994

1994 का रॉयल रंबल एकदम अजीब था क्योंकि लेक्स ल्यूगर जल्द ही WCW में जाकर मंडे नाइट वार्स का हिस्सा बनने वाले थे। इसकी वजह से ये ज़रूरी था कि सिर्फ ब्रेट ही जीतते और उन्हें मैडिसन स्क्वायर गार्डन में जीतना ही था, तो ये कॉइन टॉस करवाकर कोई फायदा नहीं हुआ।
1997

ट्रिक से जीतने वाले स्टोन कोल्ड स्टीव ऑस्टिन की जीत से रैसलमेनिया पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा। वो अलग बात है कि शॉन माइकल्स के 'लॉस्ट माइ स्माइल' प्रोमो ने भी उस समय के प्लान्स को दरकिनार कर दिया था। उस समय स्टोन कोल्ड भले ही एक बड़ी बात थे, पर इतने भी नहीं। उनके लिए अगला साल ही बेहतर था। इस सबके बीच में द अंडरटेकर ही इकलौते रैसलर हैं जिन्हें जीत मिलनी चाहिए थी।
1999

इस मैच की कहानी स्टोन कोल्ड और विंस की लड़ाई पर आधारित थी। विंस ने यहां जीतकर अगले ही दिन टाइटल का मौका छोड़ दिया था, और आखिरकार स्टोन कोल्ड ने ही इसे जीता, तो फिर विंस को जिताने का फायदा क्या?
2000

इस मैच में बिग शो और रॉक एक दूसरे के आमने सामने थे, और फिर ये समझ नहीं आया कि आखिरकार किसके पैर सबसे पहले नीचे आए? बिग शो या रॉक? इसकी वजह से ये दोनों और मिक फोली, ट्रिपल एच को चैलेंज करने गए, और आखिरकार ये मैच रॉक ने जीता। कमाल की बात ये है कि मैकमैहन परिवार के वहां होने से ये और अजीब सा लग रहा था। बैकलैश पर रॉक और ट्रिपल एच एक दूसरे से 1 ऑन 1 लड़े थे, और यही पहले होना चाहिए था।
2006

2005 में रैंडी और अंडरटेकर के बीच का फ़्यूड बहुत ज़बरदस्त था। उसके बाद ये उम्मीद की जा रही थी कि उन्हें ही रैसलमेनिया पर कर्ट के साथ लड़ने का मौका मिलेगा, पर हुआ इसके उलट, और रे मिस्टीरियो जीत गए। आखिर में ये मैच एक ट्रिपल थ्रेट ही हुआ पर उसकी वजह से रैंडी पर से स्पॉटलाइट खत्म हो गई। मिस्टीरियो का जीतना एडी गुरेरो के सम्मान से जुड़ा हुआ था। वैसे भी मिस्टीरियो की जीत ने कंपनी को कोई बड़ी कहानी नहीं दी।
2011

40 लोगों के रॉयल रंबल का फैसला बेकार था और उससे भी ज़्यादा बेकार था विजेता के रूप में अल्बर्टो का चुनाव। उनका ऐज के साथ रैेसलमेनिया पर मैच भी एक ऐसा ही निर्णय था। वो फैंस से हीट नहीं प्राप्त कर पाते थे। उस साल सीएम पंक एक अलग ही रूप में थे और समर में उनका रूप और भी बेहतर हुआ। अगर उन्हें रॉयल रंबल मैच में विजेता बना देते तो वो फैंस से हीट भी प्राप्त करते। उस साल रॉक का आना और मिज़-सीना का मैच इसलिए था ताकि अगले साल हम इन दो बेहतरीन रैसलर्स के बीच एक मैच देख सकें, पर पंक को जीतना ही चाहिए था।
2012

2012 भी 2011 की तरह ही था और भले ही शेमस वहां और रैेसलमेनिया पर जीते हों, पर उस समय सीएम पंक एक नए राह पर थे और क्रिस जैरिको की वापसी ने धूम मचाई हुई थी। अगर ऐसा होता तो पंक-जैरिको के बीच एक मैच कमाल होता।
2013

जब 2012 समाप्त हो रहा था, तब ये माना जा रहा था कि रायबैक का करियर ग्राफ अच्छा है, और 2013 में उसके आगे बढ़ने की उम्मीद थी। उसकी जगह कंपनी ने जॉन सीना को रॉयल रंबल जीतने का मौका दिया, जो कि कुछ को ही पसंद आया। असल में तब WWE नए टैलेंट को उतना बढ़ावा नहीं दे रही थी, और शायद यही वजह है कि 2015 से उनके टीवी ऑडियंस में 20% की गिरावट आई है।
2014

इस साल तक डैनियल ब्रायन एक बहुत बड़ा नाम बन चुके थे और अगर देखा जाए तो ये उम्मीद थी कि वो रॉयल रंबल पर ज़रूर आएंगे और रैेसलमेनिया पर हम उन्हें देखेंगे। उसकी जगह आए हॉलीवुड में अपनी जगह बना चुके बतिस्ता और उन्होंने ये मैच जीत लिया। ज़ाहिर सी बात है कि कम्पनी ने इनकी सफलता को भुनाने की कोशिश की, पर रैंडी ऑर्टन के साथ इनका मैच कोई नहीं देखना चाहता था। कुछ छोटे फेरबदल करके कम्पनी ने इस मैच को तो अपनी सही स्थिति में पहुंचा दिया, पर ये एक सही निर्णय नहीं था।
2015

2014 में तो भले ही डैनियल ब्रायन इस मैच का हिस्सा ना रहे हों, पर रैसलमेनिया 30 पर उनकी जीत एक अच्छा कदम था। उस मैच में जीता टाइटल कुछ समय बाद उन्हें एक चोट की वजह से छोड़ना पड़ गया था। उन्होंने वापसी करने के बाद खुद को 2015 रॉयल रंबल का एक प्रतियोगी बताया था, पर उनका जल्द एलिमिनेट किया जाना एक ऐसी घटना थी जिसने फैंस को नाराज़ कर दिया। उससे ज़्यादा गुस्से वाली बात फैंस को ये लग रही थी जब केन या बिग शो इस मैच के संभावित विजेता बनने वाले थे। कमाल की बात ये थी कि रोमन ने इस मैच को जीता और फैंस ने तबसे लेकर आजतक विंस के इस फैसले को स्वीकार नहीं किया है।
2016

अब 2015 में कंपनी ने रोमन को सबसे प्रभावशाली रैसलर साबित करने का प्रयास किया पर वो भी चारों खाने चित पड़ गया। इन समय तक ऑथोरिटी वाली कहानी एक अच्छे स्तर पर पहुंच चुकी थी, और कंपनी ने रोमन को बेहतर दिखाने के लिए उनके सामने अड़चनों की एक बाढ़ सी लगा दी। उसके साथ ही ये फैसला भी कि रॉयल रंबल मैच उनके टाइटल के लिए होगा। उस समय तक शील्ड के टूटने के बाद से डीन खुद को लूनाटिक फ्रिंज की तरह स्थापित कर चुके थे, और अगर वो इस मैच को जीतते या फिर एक हील की तरह वो रैसलमेनिया पर रोमन के खिलाफ जाते तो एक धमाल होता, पर, WWE ने उन्हें ब्रॉक के हाथों हार दिला दी और ट्रिपल एच को जीत।
2017

2016 के अंत में जिस तरह से ब्रे और रैंडी की कहानी चल रही थी उससे ये उम्मीद थी कि ब्रे रॉयल रंबल पर जीत दर्ज करेंगे, पर उसके उलट रैंडी को जीत मिल गई।इसके बाद उन्हें एलीमिनेशन चेंबर में जीत मिली पर ऐसा लग रहा था जैसे वो रैंडी को रैसलमेनिया तक गति प्रदान कर रहे हों। अगर ब्रे रॉयल रंबल जीतकर रैसलमेनिया में जॉन सीना संग लड़ते और जीत जाते तो ये उनके 2014 रैसलमेनिया में मिली पराजय की व्यथा कम कर देता। इस साल पहले ब्रे ने रैंडी और फिर रैंडी ने जिंदर के लिए जॉबर का ही काम किया है।
2018

अब जब इस शो पर एक ट्रिपल थ्रेट मैच है, और उसमें से अगर हम ये मान लें कि ब्रॉन इस मैच का हिस्सा होंगे। वहीं समोआ जो भी इस मैच को जीतने के हकदार हैं, पर इसके विपरीत जॉन सीना या नाकामुरा जीत सकते हैं। सीना का जीतना सही निर्णय नहीं है और नाकामुरा ने पिछले साल कोई ऐसा धमाल नहीं मचाया है, पर फैंस उनके और एजे स्टाइल्स के बीच एक मैच देखना चाहते हैं तो इस विजय पर विचार किया जा सकता है। वहीं महिला वर्ग में असुका इस मैच को जीतने की प्रबल दावेदार हैं, और उन्होंने 2017 के महज 2 महीने में ही खुद की एक विशिष्ट पहचान बना ली हैं। जहां तक हम समझ सकते हैं, तो शायद उन्हें रोंडा राउजी से रैसलमेनिया पर हारना पड़ेगा, पर ये एक बेकार निर्णय होगा। लेखक: सीज़र ऑगस्टस, अनुवादक: अमित शुक्ला