#1 गलत निर्णय है: गोल्डबर्ग के मैच छोटे रहते हैं
यूनिवर्सल चैंपियनशिप के लिए पिछले कुछ समय से प्रॉपर मैच देखने को मिले हैं। द फीन्ड ने 10 से 15 मिनट के टाइटल मैच दिए हैं जो फैंस को पसंद आए हैं वहीं गोल्डबर्ग शायद यह काम न कर पाए।
गोल्डबर्ग के सारे मुकाबला हमेशा ही जल्द खत्म हो जाते हैं। रेसलमेनिया में होने वाला यूनिवर्सल चैंपियनशिप मैच भी अब साफ तौर पर छोटा नजर आ रहा है और यह रेसलिंग फैंस के लिए बुरी खबर है।
#1 सही निर्णय है: गोल्डबर्ग इस जनरेशन के सुपरस्टार को आगे ला सकते हैं
द फीन्ड अगर रेसलमेनिया में चैंपियनशिप हारते तो शायद वह बड़ा टाइटल चेंज नहीं होता और फैंस इसे सुपरस्टार की बड़ी जीत नहीं मानते। अब गोल्डबर्ग चैंपियन बन गए हैं और साफ तौर पर वह रेसलमेनिया में टाइटल डिफेंड करेंगे।
ऐसे में वह इस समय के अच्छे फुल-टाइम सुपरस्टार को आगे आने का मौका दे सकते हैं। गोल्डबर्ग रेसलमेनिया 36 में हार जाते हैं तो मैच जीतने वाले सुपरस्टार का कद कंपनी में और भी बढ़ जाएगा।
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