बैकी लिंच इस समय WWE की सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली महिला रैसलर्स में से एक हैं। WWE ने भी इन्हें विमेंस डिवीजन की टॉप स्टार बनाने का फैसला ले लिया है। लिंच के हील टर्न के बावजूद WWE उन्हें एक ट्वीनर (ना तो बुरा और ना ही अच्छा) के तौर पर बुक कर रही है। इस समय हो रही चीज़ों को देखकर ऐसा लगता है कि WWE लिंच को एक हील के बजाय एंटी हीरो दिखाना चाह रही है। इस समय इनकी हालत WWE सुपरस्टार 'स्टोन कोल्ड' स्टीव ऑस्टिन जैसी हो चुकी है जिन्हें एक ही हील होने के बावजूद फैंस की तरफ से प्यार मिल रहा था। आइए जानें ऐसे तीन कारणों के बारे में जो बताते हैं कि बैकी इस एरा की स्टोन कोल्ड स्टीव ऑस्टिन हैं।
#1 वह एक शानदार रैसलर हैं
प्रोफेशनल रैसलिंग में अक्सर जिन एथलीट्स के पास दूसरे स्पोर्ट्स कंपटीशन में एक्सपीरियंस होता है, उन्हें ज्यादा पसंद किया जाता है। UFC हैवीवेट चैंपियन ब्रॉक लैसनर, MMA लेजेंड रोंडा राउजी और 3 बार गोल्डन ग्लव्स बॉक्सिंग विजेता बैरन कॉर्बिन जैसे रैसलर्स प्रो रैसलिंग के अलावा बाकी स्पोर्ट्स में अपना नाम बना चुके हैं। सिर्फ एक रैसलर जिसने रैसलिंग के अलावा किसी भी स्पोर्ट में हिस्सा नहीं लिया है, उसे लोग इतना पसंद नहीं करते। हालांकि, बैकी लिंच को फैंस का पसंदीदा बनने के लिए ऐसा कुछ नहीं करना पड़ा और स्टोन कोल्ड स्टीव ऑस्टिन के साथ भी ऐसा ही हुआ था।
#2 प्रोमोज
फैंस रिंग के अंदर लिंच के काम को काफी ज्यादा पसंद करते हैं, सिर्फ इतना ही नहीं लिंच माइक पर भी काफी अच्छा काम कर लेती हैं। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो लिंच के पास ये काबिलियत है कि वह अपने बातों से फैंस को यकीन दिला सकती हैं कि वह क्या कहना चाहती हैं। एक बेबीफेस रहते हुए उनके प्रोमोज इतने अच्छे नहीं लग रहे थे लेकिन अब उनके हील के बाद से ही वह काफी अच्छे प्रोमोज दे रहीं हैं।
#3 उन्हें कोई नहीं रोक सकता
स्टोन कोल्ड स्टीव ऑस्टिन का करियर आगे बढ़ा जब उन्होंने एक गुस्सैल रैसलर का किरदार चुना जो सिस्टम से काफी परेशान था और अब लिंच का करियर भी ऐसा ही नजर आ रहा है। अपनी दोस्त शार्लेट के कारण उन्हें बड़ा बनने में दिक्कत हो रही थी और इस कारण ही उन्होंने फ्लेयर पर हमला करके स्मैकडाउन विमेंस टाइटल अपने नाम किया है। अब वह इस तरह की रैसलर बन चुकी हैं जो सफल होना चाहतीं हैं और वो सिस्टम या फिर किसी और को रास्ते में नहीं आने देंगी। इससे ही उन्हें एक एन्टी-हीरो की पर्सनैलिटी मिलती है। लेखक- डेविड अनुवादक- ईशान शर्मा