रोमन रेंस इस समय यूनिवर्सल चैंपियन हैं और सैथ रॉलिंस तथा डीन एम्ब्रोज़ हैल इन ए सैल में ड्रू मैकइंटायर और डॉल्फ ज़िगलर को रॉ टैग टीम टाइटल्स के लिए चैलेंज करने वाले हैं। ऐसी खबरें आ रही हैं कि विंस के चोज़न वन से टैग टीम टाइटल्स लेकर शील्ड के इन दो रैसलर्स को दे दी जाएंगी। इसकी वजह ये बताई जा रही है कि विंस कुछ बेहद बड़ा प्लान कर रहे हैं। वैसे कुछ भी हो ड्रू और डॉल्फ की टाइटल रेन सिर्फ 2 हफ्तों की होना एक बेहद अजीब बात मानी जा रही है, और शील्ड को रॉ टैग टीम टाइटल्स दिया जाना और रोमन का यूनिवर्सल चैंपियनशिप रिटेन करना इन 3 वजहों से सच होता दिख रहा है:
#3 रोमन का किसी बड़े शो पर पहला टाइटल डिफेंस
रोमन पहली बार किसी बड़े शो में अपना टाइटल डिफेंड करेंगे। उन्होंने इसे समरस्लैम में जीतने के बाद अगले दिन फिन बैलर के खिलाफ डिफेंड किया था। इस समय यूनिवर्सल टाइटल एक मज़ाक का विषय बनी हुई है और अगर WWE ने इसे रोमन और ब्रॉन के बीच लगातार ट्रांसफर किया तो ये उसकी वैल्यू और घटा देगा। वैसे तो ब्रॉन ने ही ब्रॉक की गैरमौजूदगी में रॉ को देखने लायक बनाया था लेकिन चूंकि रोमन ने हाल में ही टाइटल जीता है तो ये उसे इतनी जल्दी हारते हुए नहीं दिख रहे हैं।
#2 डीन एम्ब्रोज़ अभी वापस आए हैं
WWE को वापसी करते हुए रैसलर्स काफी पसंद हैं और इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं 2008 का रॉयल रंबल जिसको वापसी कर रहे जॉन सीना ने जीता था तो वहीं 2010 का रॉयल रंबल एज के नाम रहा था। डीन भी समरस्लैम से बिल्कुल पहले वापस आए थे ताकि उनके शील्ड के साथी सैथ रॉलिंस का डॉल्फ ज़िगलर के खिलाफ इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप मैच एकदम सही से लड़ा जा सके। ये डीन का दूसरा मैच है जो वो अपनी पिछले साल की ट्राइसेप इंजरी के बाद लड़ रहे हैं तो ये काफी हद तक मुमकिन है कि वो इस शो में रॉ टैग टीम टाइटल्स जीत जाएं। अगर आपको याद हो तो रैसलमेनिया 33 में वापसी कर रहे हार्डी बॉयज ने ल्यूक गैलोज और कार्ल एंडरसन से टैग टीम टाइटल्स जीत लिए थे।
#1 फिर से टूटने से पहले शील्ड के पास यादगार मौका
ये तीनों एक साथ एक ही शो में हैं तो ये मुमकिन है कि इन्हें फिर से एक साथ सारे टाइटल्स दे दिए जाएं। रैसलमेनिया आते आते ये फिर से स्प्लिट होकर अपने सिंगल्स मैच लड़ेंगे जिसमें डीन और सैथ के बीच एक मैच शामिल है जो तभी हो सकता है जब डीन 2014 में सैथ के धोखे के जवाब में उन्हें धोखा दें। वैसे भी रैसलमेनिया 35 में ये अपने मैच लड़ रहे होंगे तो उससे पहले ये एक स्वीट पल है जिसे ये सभी रैसलर्स ज़रूर याद रखना चाहेंगे। लेखक: संजय प्रदीप; अनुवादक: अमित शुक्ला