भारत अंग्रेजों के आने से पहले महाशक्ति था। अब भारत 1-2 दशकों में महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है। विश्व की अलग क्षेत्रों की कंपनियां भारत में व्यापार करने और बढ़ाने में लगी है। क्योंकि सब जानते हैं कि यहां लोग ज्यादा हैं और व्यापार के नजरिये से इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता।
WWE को विश्व की सबसे बड़ी मनोरंजन कंपनी में गिना जाता है। बाकी बिजनेस की तरह ही WWE का भारत में बहुत अधिक व्यापार बढ़ाने के विकल्प है। भारत में WWE को देखने, समझने वालों की तादाद अधिक है और इसमें खूब इजाफा किया जा सकता है।
WWE इन तीन तरीकों पर गौर करे तो उसके बिजनेस को भारत जैसे विशालकाय देश में बहुत फैलाया जा सकता है
दिल्ली या मुंबई में बड़ा शो करवाकर
2018 में WWE ने अपने बिजनेस को बढाने के लिए नया रास्ता अख्तियार किया है। WWE अमेरिका के बाहर बड़े PPV इवेंट करवा रही है। पहले WWE ने रैसलमेनिया के बाद सऊदी अरब में ग्रेटेस्ट रॉयल रंबल करवाया। अक्टूबर महीने में ऑस्ट्रेलिया में सुपर शो डाउन भी करवाया और अब क्राउन ज्वैल की तैयारी में WWE लगा हुआ है।
भारत की आबादी 130 करोड़ के आसपास है। यहां रैसलिंग को पसंद करने वाले लाखों लोग हैं। गुजरे 2-3 सालों में WWE ने भारत में लाइव इवेंट करवाए हैं। इन इवेंटों में कंपनी को अपार सफलता हासिल हुई है। WWE में बहुत सारे भारतीय रैसलर काम कर रहे हैं इस वजह से दर्शकों को स्टेडियम तक खींचने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी।
दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में WWE को PPV की तर्ज पर बड़े इवेंट करवाने चाहिए। सऊदी अरब, ऑस्ट्रेलिया की तरह WWE भारत में महान रैसलरों को लेकर फैंस और मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींच सकती है। सरकार के समर्थन से बड़ा इवेंट पूरे देश के लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचेगा।
बॉलीवुड
WWE के बारे में हर तरह की जानकारी रखने वाले कम लोगों को पता होगा कि WWE का खुद का स्टूडियो भी है, मतलब कि प्रोडक्शन हाउस। इस प्रोडक्शन हाउस के जरिये WWE एनिमेशन फिल्में और दूसरी पारंपरिक फिल्में बनाती है। WWE के पास पैसा कमाने का यह एक अन्य और कारगर जरिया है।
भारत में विश्व की सबसे अधिक फिल्में बनाई जाती है। पूर्व से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक देश के हर कोनों में फिल्में बनाई और देखी जाती है। भारत में फिल्मों का सबसे बड़ा व्यापार बॉलीवुड और टॉलीवुड करता है।
WWE को चाहिए कि वह अपने प्रोडक्शन हाउस के जरिये भारत के प्रोडक्शन हाउसों के साथ मिलकर फिल्मों पर पैसा लगाए। फिल्मों के प्रोमोशन के जरिए WWE के सुपरस्टार्स को भारत लाकर और फिल्मों में WWE रैसलरों के रोल करवाकर अधिक से अधिक लोगों को फिल्मों तक पहुंचाया जा सकता है। इस कदम से हर वर्ग के लोगों में WWE के लिए क्रेज में बढोतरी होगी।
आईपीएल टीम खरीदकर
इंडियन प्रीमियर लीग- देश का बच्चा बच्चा क्रिकेट की 2 महीने तक चलने वाली लीग के बारे में जानता है। यह बात किसी से छुपी नहीं है कि क्रिकेट को भारत में धर्म की तरह देखा जाता है। WWE और रैसलिंग को अधिकतर स्कूल, कॉलेज के बच्चे या मध्यम आयु वाले लोग देखते हैं। आईपीएल को देखने के लिए हर आयु वर्ग का व्यक्ति स्टेडियम, टीवी पर देखता है।
आईपीएल में 8 टीमें है और अनेकों टीमे हैं जिनके शेयर WWE खरीद सकती है। विंस मैकमैहन के पास अथाह पैसा है। वह चाहें तो अकेले दम पर पूरी टीम खरीद सकते हैं। बिजनेस के नजरिये से देखे तो यह कदम काफी जबरदस्त लगता है।
जरा गौर करिए कि WWE ने कोई आईपीएल टीम खरीद ली और WWE के प्रोमोशन के लिए डेनियल ब्रायन जैसा सुपरस्टार स्टेडियम के बीच में आकर यैस, यैस, यैस करने लगे तो क्या होगा। जिन लोगों को WWE और उनके सुपरस्टारों के बारे में ज्ञान नहीं होगा, उनका ध्यान भी इस तरफ आएगा।