3 रैसलर्स जो WWE सुपरस्टार एजे स्टाइल्स से बेहतर हैं

दो साल पहले रॉयल रंबल पर जब एजे स्टाइल्स ने डेब्यू किया था तो उन्हें काफी बड़ा पॉप मिला था और ये एक बानगी था कि उनके कंधों पर कितनी बड़ी जिम्मेदारी है। वो एक ऐसे रैसलर हैं जिन्होंने हर उस रैसलर को पीछे छोड़ दिया है जो इस बात का दंभ भरते थे कि वो ही सबसे अच्छे थे, हैं और रहेंगे। यहां हम ये ज़रूर कहना चाहेंगे कि ये लेखक के अपने विचार हैं और ये स्पोर्टसकीड़ा की पॉलिसी और पोजीशन की कोई प्रतिलिपि नहीं है। पर क्या आज भी कुछ ऐसे रैसलर्स हैं जो स्टाइल्स से अच्छे हैं? हमारे हिसाब से ये 3 रैसलर्स इस बात पर अपना दावा कर सकते हैं:

#3 कैनी ओमेगा

कैनी ओमेगा 2016 तक एक प्रसिद्ध रैसलर थे पर रैसल किंगडम 11 पर काज़ुचिका ओकाडा के साथ हुए मैच ने इन्हें घर-घर तक पहुंचा दिया। पर ये स्टाइल्स से बेहतर क्यों हैं? इसका कारण है इनकी हाई-फ्लाइंग क्षमता और यूनिक मूव्स, जो फैंस से काफी बड़ा पॉप पाती हैं। ये दोनों 30 मिनट से बड़े मैचेज़ लड़ सकते हैं। ये जापानी फैंस से इतना जबरदस्त पॉप पाते हैं तो WWE एरिना का अंदाज़ा लगाइए। इसमें अगर आप उनके माइक स्किल्स को जोड़ दें तो वो 'द फिनोमिनल वन' को टक्कर दे सकते हैं।

#2 सिज़ेरो

इस समय भी उनका शेमस के साथ टैग टीम वाला सेग्मेंट अच्छा चल रहा है पर वो इससे ज़्यादा के योग्य हैं। वो भले ही करिज़्मा में स्टाइल्स और ओमेगा के आसपास ना हों, पर रैसलिंग में उनका कोई सानी नहीं। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि कुछ ऐसी चीज़ें हैं जो सिर्फ वो ही कर सकते हैं। अब यहां आपको याद आ रहा होगा उनके द्वारा द ग्रेट खली को दी हुई स्विंग, बिग शो को दिया गया बॉडी स्लैम और टॉप रोप पर कार्टव्हील जैसे करतब करना, पर ये तो उनकी ताकत का छोटा सा नमूना है। जिन्होंने ने भी सिज़ेरो को WWE रिंग से बाहर देखा है वो जानते हैं कि उनकी यूएफओ, एल्फामरे वाटरस्लाइड और रिकोला बॉम्ब सरीखे मूव्स कितने ज़बरदस्त हैं, और उन्होंने इसे WWE TV पर इस्तेमाल नहीं किया है। जब आप इनका प्रयोग लैसनर और स्ट्रोमैन सरीखे रैसलर्स पर होते हुए देखेंगे तो ये जानेंगे कि वो इतने अच्छे क्यों हैं।

#1 काजूचिका ओकाडा

ये अभी सिर्फ 30 साल के हैं, पर जापान के लैजेंडरी रैसलर माने जाते हैं। इनके पास भले ही हाई फ्लाइंग मूव्स ना हो पर ये आपको एक स्टोरी देते हैं। इनकी इन-रिंग केमिस्ट्री इतनी अच्छी है कि आप अपनी कुर्सी से बंधे रहते हैं, और मैच खत्म होने पर इन्हें खड़े होकर सम्मान ज़रूर देते हैं। ये अपने काम से फिगर्स को छोटा साबित कर रहे हैं। ये एक ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम बनने की ओर अग्रसर है। लेखक: पार्थसारथी भवल, अनुवादक: अमित शुक्ला