पिछले हफ्ते रॉ पर मेन इवेंट में केन और ब्रॉन स्ट्रोमैन एक-दूसरे से भिड़े और उसका नतीजा एक ड्रा के रूप में हमारे सामने आया। इस हफ्ते रॉ पर ब्रॉक लैसनर भी आ रहे हैं। अब इस बात की उम्मीद ज्यादा लग रही है कि ये मैच एक ट्रिपल थ्रेट होगा। आज हम आपको बताते हैं वो 4 कारण जो इस बात की तरफ इशारा करते हैं:
#1 निर्णय मालूम होने के बावजूद मैच को बेचने के लिए
अब जब ये बिल्कुल पक्का है कि ब्रॉक लैसनर रोमन रेंस संग रैेसलमेनिया 34 पर यूनिवर्सल चैंपियनशिप के लिए लड़ेंगे तो अब कुछ ऐसा करना ज़रूरी है ताकि फैंस अन्य शोज के लिए भी आएं और बाकी मैचेज़ भी देखें। इसके लिए 2016 के रॉयल रम्बल मैच में साथ दिखे केन और ब्रॉक लैसनर अगर एक साथ एक रिंग में लड़ते दिखेंगे तो वो अच्छा ही रहेगा। हमने इस तरह के मैच पहले भी देखे हैं, जैसे कि ब्रॉक(चैंपियन) बनाम जॉन सीना बनाम सैथ रॉलिन्स(2015), कर्ट एंगल बनाम क्रिस बेन्वा तथा रैंडी ऑर्टन बनाम जैफ हार्डी (2003) सरीखे मैच शामिल हैं।
#2 सिंगल्स मैच का कोई कारण नहीं दिखता
पिछले हफ्ते हुए इस मैच का अगर कोई निर्णय निकल भी आता तो वो किसी के लिए लाभकारी नहीं था। अगर ब्रॉन वो मैच जीतते तो भी ब्रॉक उन्हें हरा देते जो वो पहले ही नो मर्सी पर कर चुके हैं, और इसकी वजह से ब्रॉन को मिल रहा पुश बेकार हो जाता। अगर केन ये मैच जीत जाते तो कोई भी करियर और उम्र के इस पड़ाव में उन्हें यूनिवर्सल चैंपियन बना हुआ नहीं देखना चाहेगा।
#3 इस शो पर अमूमन टाइटल नहीं हारे जाते
इस शो पर अमूमन लोग टाइटल नहीं हारते जब तक कि वो रॉयल रंबल मैच में दांव पर ना हो (रॉयल रंबल 2016 इसका एक उदाहरण है)। अब जब इस मैच, और रैसलमेनिया पर मैच का निर्णय निश्चित है तो क्यों ना ऐसा हो कि कुछ रोमांच ही बनाया जाए, ताकि लोग इस मैच को देखें। ऐसे में अगर ब्रॉक इन दो ज़बरदस्त रैसलर्स को हरा देते हैं, तो रैसलमेनिया तक जाते हुए वो काफी ताकतवर रैसलर लगेंगे।
#4 WWE के लिए दोगुना फायदा
अब जैसा हमने आपको पहले ही बताया कि इस मैच में दो मॉन्स्टर्स संग लड़कर ब्रॉक एक बहुत ही शक्तिशाली रैसलर बनकर उभरेंगे, तो वहीं केन और ब्रॉन इस रॉयल रंबल मैच के बाद भी अपनी लड़ाई जारी रख सकते हैं, जबतक कि कंपनी इनके लिए कोई अलग कहानी या रास्ता नहीं तलाशती। एक तरह से कम्पनी इस एक मैच से दो निशाने साध सकती है। लेखक: रैसलिंग मास्टर, अनुवादक: अमित शुक्ला