Raw का SmackDown Live से बेहतर शो होने का कारण सामने आया

रॉ हमेशा स्मैकडाउन के शो से बेहतर रहता है। रॉ भी हमेशा एक नंबर शो की तरह अपने आप को ट्रीट करता है। दोनों एक ही कंपनी के नीचे काम करते है लेकिन साल 2011 के बाद से दोनों का कलर अलग हो गया। साल 2016 में रॉ स्टेफनी के हाथ में आ गई और स्मैकडाउन शेन मैकमैहन के हाथ। दोनों यहां के कमिश्नर है। सुपरस्टार ड्राफ्ट के बाद दोनों को एक ही पावर दी गई लेकिन कुछ बड़े छोटे शेक अप के बाद रॉ काफी पॉवरफुल हो गया। स्मैकडाउन में भी कुछ नए टैलेंट आए लेकिन अभी तक किसी ने अपनी खास जगह यहां नहीं बनाई है। जो शो को अपने दम पर आगे ले जा सके। वैसे देखा जाए तो स्मैकडाउन सभी का फेवरेट शो और रॉ बोरिंग शो होता है। स्मैकडाउन हमेशा नए सुपरस्टार्स को मौका देता है। और उन्हें बिल्ड करता है। कई बार रॉ की व्यूवरशिप से ज्यादा स्मैकडाउऩ की होती है लेकिन इस समय रॉ के बड़ा शो है। व्यूवरशिप के मामल में भी कई आगे इस समय रॉ है। रॉ को अब लोग काफी पसंद करने लगे है। आइए जानते है ऐसा होने की 4 वजह।

रॉ ने स्वीकार कर लिया वो हमेशा ऊपर रहेगा

रॉ हमेशा स्मैकडाउऩ से बेहतर प्रोडक्ट है। क्योंकि रॉ को सभी ने स्वीकार कर लिया है कि वो हमेशा अच्छा ही शो होता है। रॉ 3 घंटे का शो और स्मैकडाउऩ 2 घंटे का शो होता है। सभी ने सोचा था जब साल 2016 में दोबारा ब्रांड का विभाजन हुआ तो दोनों को समानता मिल जाएगी। लेकिन रॉ में सब बड़े सुपरस्टार गए और स्मैकडाउन में सब न्यू टैलेंट आए। विंस मैकमैहन भी स्मैकडाउन से ज्यादा तवज्जो रॉ को देते है। रॉ एक फेमस ब्रांड है। और स्मैकडाउन को अभी वो इज्जत नहीं मिली।

दोनों ब्रांड में सुपरस्टार्स का असंतुलित होना

साल 2016 में जब ड्राफ्ट हुआ तब दोनों ब्रांड संतुलित थे। दोनों को एक समान राशि और स्टार मिले। रॉ में रोमन रेंस, ब्रॉक लैसनर, फिन बैलर, सैथ रॉलिंस, गोल्डबर्ग और जैरिको जैसे सुपरस्टार आए और स्मैकडाउन में जॉन सीना, एजे स्टाइल्स, द मिज, डीन एंब्रोज, रैंडी, जिगलर जैसे बड़े सुपरस्टार आए। पूरा रोस्टर संतुलित था। लेकिन कई बार छोटे छोट शेकअप होते रहे जिस कारण स्मैकडाउऩ ने कई बड़े सुपरस्टार्स को खो दिया। जॉन सीना, डीन एंब्रोज, ब्रे वाटय रॉ में आ गए। इस समय सिर्फ स्मैकडाउऩ एजे स्टाइल्स, नाकामुरा और केविन ओवंस के भरोसे है।

कई नए टैलेंट का होना

स्मैकडाउन में हमेशा नए टैलेंट दिखते है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं की सभी नए टैलेंट, जिनको ज्यादा प्राथमिकता ना मिलती हो उनका डेब्यू स्मैकडाउन में ही हो। स्मैकडाउन दो घंटे का शो होता है, और सब इसमें ही होता है। जब भी कोई नया टैलेंट आता है तो व्यूवरशिप में फर्क जरूर पड़ जाता है। स्मैकडाउन में टाय डिलिंजर, बॉबी रूड, मोजो राउली, शैल्टन बैंजामिन और चैड गेबल जैसे नए सुपरस्टार है। ये रॉ से मुकाबला नहीं कर सकते है। रॉ में बहुत ही कम सुपरस्टार्स का डेब्यू होता है। और जिसका भी होता है वो पहले से काफी चर्चित सुपरस्टार होता है।

स्टोरीलाइन की कमी

स्मैकडाउन में कई सारी स्टोरीलाइन हो चुकी है और अभी भी कुछ स्टोरीलाइन चल रही है। जिगलर की स्टोरीलाइऩ का कुछ पता ही नहीं है। और ये सिर्फ एक बैकग्राउंड के तौर पर काम कर रही है। नाकामुरा-स्टाइल्स की स्टोरीलाइन शुरू होने वाली है और सैमी जेन -केविन की भी शुरू होने वाली है। स्मैकडाउऩ की स्टोरीलाइन में कोई दम नहीं होता। यहां कई अच्छे मैच होते है लेकिन स्टोरीलाइन कुछ खास नहीं होती। अगर आप को कोई भी अच्छा मैच देना है तो इसके लिए स्टोरीलाइऩ में दम होना भी जरूरी है। वैसे ही स्मैकडाउऩ में सुपरस्टार्स की कमी है।