WWE पिछले कई दशकों से प्रो रेसलिंग कंटेंट के माध्यम से फैंस का मनोरंजन करती आ रही है। वहीं साल 1982 में विंस मैकमैहन (Vince Mcmahon) ने अपने पिता से WWE को खरीदा था। विंस के अंडर पिछले 4 दशकों में कंपनी ने नई ऊंचाइयों को छुआ है और उन्होंने WWE को स्पोर्ट्स एंटरटेनमेंट वर्ल्ड के टॉप पर पहुंचा दिया है।
साल 1993 में रॉ (Raw) नाम के शो की शुरुआत की गई, लोग इसे बहुत पसंद कर रहे थे और उसके करीब एक दशक बाद स्मैकडाउन (SmackDown) को लॉन्च किया गया। WWE को 2 अलग-अलग शोज़ मिल चुके थे, जिसे ब्रांड स्पिलट की संज्ञा दी गई थी। वहीं साल 2010 में NXT की शुरुआत की गई।
NXT पिछले कई सालों से WWE की डेवलपमेंटल ब्रांड बनी हुई है। हालांकि 2019 में AEW की स्थापना के बाद नए रेसलिंग प्रोमोशन ने NXT को टारगेट किया था, इस कारण NXT को WWE की तीसरी बड़ी ब्रांड के रूप में देखा जाने लगा लेकिन ऑफिशियल तौर पर ये अभी भी डेवलपमेंटल ब्रांड ही है। इस आर्टिकल में हम उन 4 कारणों के बारे में आपको बताएंगे कि क्यों WWE के सभी बड़े पीपीवी में NXT सुपरस्टार्स को भी जगह मिलनी चाहिए।
WWE NXT को रेटिंग्स में फायदा होगा
साल 2019 में AEW की शुरुआत हुई, चूंकि वो नया रेसलिंग प्रोमोशन था इसलिए उन्होंने पहले WWE NXT को रेटिंग्स में मात देने का लक्ष्य तैयार किया। ऑल एलीट रेसलिंग के लिए शुरुआत थोड़ी धीमी रही, लेकिन पिछले काफी समय से व्यूअरशिप के मामले में AEW Dynamite के शोज़ NXT से ज्यादा रेटिंग्स बटोरते आ रहे हैं।
अब NXT सुपरस्टार्स के WWE के सभी बड़े पीपीवी में शामिल होने से जाहिर तौर पर सुपरस्टार्स की स्टार पावर बढ़ेगी और शोज़ की रीच भी बढ़ेगी। रीच बढ़ने का सीधा अर्थ है कि रेटिंग्स के मामले में NXT सुधार कर सकता है, जिससे AEW को कड़ी टक्कर दे सके।
NXT vs मेन रोस्टर सुपरस्टार्स के बीच जबरदस्त मुकाबले हो सकेंगे
अक्सर कहा जाता रहा है कि इन रिंग एक्शन के मामले में NXT, WWE की मेन रोस्टर ब्रांड्स से बेहतर है। रोस्टर में एडम कोल, कैरियन क्रॉस और आईओ शिराई जैसे कई बेहतरीन रेसलर्स मौजूद हैं, जिन्हें फैंस मेन रोस्टर सुपरस्टार्स के खिलाफ रिंग में उतारने की मांग करते आए हैं।
उदाहरण के तौर पर एजे स्टाइल्स vs एडम कोल, कैरियन क्रॉस vs रोमन रेंस जैसे जबरदस्त मुकाबले फैंस के लिए यादगार बन सकते हैं। लेकिन ये सब तभी संभव है जब WWE, NXT सुपरस्टार्स को भी पीपीवी में परफॉर्म करने की अनुमति दे।
Raw और SmackDown जैसा दर्जा मिल पाएगा
NXT पिछले 10 साल से मेन रोस्टर के लिए रेसलर्स को तैयार करती आई है। लेकिन बढ़ते कम्पटीशन लेवल के कारण WWE को अपनी तीसरी ब्रांड पर थोड़ा ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। जैसा कि हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि AEW से NXT को कड़ी प्रतिद्वंदिता झेलनी पड़ रही है।
वहीं इन रिंग एक्शन के मामले में NXT के शोज़ Raw और SmackDown से बेहतर साबित होते आए हैं। क्या WWE को इन चीजों का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए या फिर कंपनी अभी तीसरी ब्रांड को मैनेज करने के लिए तैयार नहीं हैं। सच्चाई यही है कि कंपनी के प्रोडक्ट को बेहतर बनाने और ज्यादा मुनाफे के लिए WWE को NXT को ऑफिशियल तौर पर तीसरी बड़ी ब्रांड बना देना चाहिए, जिससे NXT सुपरस्टार्स को भी लगातार बड़े इवेंट्स में खुद को साबित करने के मौके मिल सकें।
NXT अब डेवलपमेंटल ब्रांड कहलाने लायक नहीं है
NXT में एडम कोल, कैरियन क्रॉस, आईओ शिराई और अब समोआ जो जैसे दिग्गज सुपरस्टार भी परफॉर्म करते हुए नजर आते हैं। हर हफ्ते शो में जबरदस्त एक्शन देखने को मिलता है, वहीं मैचों की बात करें, सैगमेंट्स या प्रोमोज़ की, NXT Takeover पीपीवी कभी फैंस को निराश नहीं करते। समय बीतने के साथ NXT के प्रोडक्ट में सुधार होता रहा है, इसलिए स्पष्ट नजर आता है कि NXT को अब WWE की डेवलपमेंटल ब्रांड से ऊपर का दर्जा मिलना चाहिए।