WWE USA का बाहर भी बसा हुआ है, इसलिए WWE हर बार अपना काम चलाने के लिए दर्शकों के अंदर को देशभक्ति को जगाती है। लेकिन जब एक सुपरस्टार को देखभक्त दिखाते हुए हीरो बनाया जाता है, तब उसके लिए किसी को उसी के स्तर का विलेन भी बनान पड़ता है। और ऐसे में विलेन के लिए WWE की पहली पसंद विदेशी रैसलर ही होते हैं। चाहे बात इवान कोलॉफ और आयरन शेक से लेकर आजतक के रुसेव और जिंदर महल की हो, इन्हें "विदेशी दुश्मन" की तरह दिखाया गया है। WWE की इस नीति में आजतक कोई बदलाव नहीं आया है। मैं WWE की नीति पर कोई सवाल नहीं उठा रहा हूँ, लेकिन केवल "शांति-शांति" कहते हुए अगर महल किसी जॉबर पर हमला करेंगे तो इससे कंपनी विश्व स्तर तक कैसे पहुँच पाएगी। काफी समय तक मैं कंफ्यूज था, कि रुसेव रुसी हैं या बल्गेरियाई हैं। जब तक वे USA के नहीं है तबतक तो इसके बारे में सोच ही सकता हूँ। लेकिन मानसकिता में कोई बदलाव नहीं हुआ है।