मनी इन द बैंक में काफी अलग परिणाम हो सकते हैं और जब रैसलर्स एक दूसरे से लड़ते हैं तो काफी मुश्किलें आ सकती हैं। अगर इसमें एक बाहरी चीज़ जैसे कि लैडर जोड़ दी जाए तो क्या कहने। इस शो में कुछ धमाकेदार हुआ, और ये शो NXT टेकओवर: शिकागो के बाद हो रहा था तो इससे काफी उम्मीदें थीं, और ये उनपर खरा भी उतरा, लेकिन इसमें कुछ गलतियां भी हुई, जिनपर हम यहाँ नज़र डालेंगे:
साशा की ग्रैंड एंट्री
महिला रैसलर्स वाले मनी इन द बैंक लैडर मैच में एंट्री करने वालीं ये पहली महिला रैसलर थीं। जिस समय इन्होंने एंट्री की, उस समय ऐसा लगा जैसे एक पल के लिए ये किसी चीज़ से टकराई और इन्होने पीछे पलटकर ऐसा एहसास भी करवाया, लेकिन इस मैच में वो विजेता नहीं बन सकीं। इस बार उनकी विरोधी एलेक्सा ब्लिस मनी इन द बैंक ब्रीफकेस विजेता बनीं।
एलेक्सा ब्लिस देर कर गईं
एलेक्सा ब्लिस भले ही मनी इन द बैंक ब्रीफकेस विजेता बनीं, लेकिन वो अपने मौके पर देर से पहुँची। इस मैच के दौरान एक समय आया, जब ब्लिस से पहले बैकी लिंच ब्रीफकेस तक पहुँच गई थीं, लेकिन उसी समय ब्लिस वहां आई और उन्होंने फिर अपनी तरह से मैच लड़ा। इस मैच में कईं गलतियाँ हुईं, और ये मैच इंटरकांटिनेंटल चैंपियनशिप मैच से महज 1 मिनट देर तक चला।
सैथ रॉलिंस को चैंपियंस वाला परिचय नहीं मिला
सैथ रॉलिंस ने इलायस के विरुद्ध अपनी इंटरकांटिनेंटल चैंपियनशिप डिफेंड की, लेकिन उन्हें अनाउंसर जोजो से वो परिचय नहीं मिला जो अमूमन चैंपियंस को मिलता है। वैसे तो जोजो ने दोनों रैसलर्स को उनका परिचय नहीं दिया। सैथ रॉलिंस ने आखिरकार ये मैच जीत लिया, लेकिन वो भी हैरान होंगे कि उन्हें उनका परिचय रिंग में क्यों नहीं मिला।
नाकामुरा को टेबल्स पसंद नहीं
नाकामुरा और स्टाइल्स के बीच एक लास्ट मैन स्टैंडिंग मैच हुआ, जिसमें एक समय के बाद टेबल्स भी आ गईं, लेकिन उसको सेट करने में नाकामुरा को खासी परेशानी आई। एक बार उसका एक साइड नीचे आ गया और भले ही ऐसा लगा कि नाकामुरा स्टाइल्स को हरा देंगे, वो महज 9 काउंट ही पा सके।
राउजी ने पॉवरबॉम्ब को ओवरसेल किया
राउजी ने मैच में एक समय नाया जैक्स पर एक आर्मबार सेट किया, जिसका जवाब नाया ने एक सिट आउट पॉवरबॉम्ब के साथ दिया। ये भले ही राउजी का पहला सिंगल्स मैच था, लेकिन उन्होंने अच्छा परफॉर्म किया। राउजी इस मैच को जीतने से महज कुछ पल दूर थीं, जब एलेक्सा ब्लिस ने आकर अपना मनी इन द बैंक ब्रीफकेस कैश इन कर लिया।
लेखक: फिलिपा मैरी; अनुवादक: अमित शुक्ला