वैसे रॉ और स्मैकडाउन लाइव को उनके मुकाबले करने के मौके मिले और इससे साल 2016 के अधिकतर पे-पर-व्यू अच्छे रहे हैं। इससे हम कह सकते हैं कि रॉस्टर में टैलेंट की कोई मि नहीं है, लेकिन सिर्फ लेखकों को अच्छा होना पड़ेगा। लेकिन रॉस्टर में भरपूर टैलेंट होने के बावजूद 5 ऐसे पे-पर-व्यू हैं जिनकी बुकिंग बेहद खराब रही। है मैच से हमे उम्मीद थी की इसमें बहुत चुनौती देखने मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ये रहे साल 2016 के 5 पर-पर-व्यू जिनकी चर्चा तो काफी हुई, लेकिन समय आने पर वे फ़ैल हो गए: #5 रैंडी ऑर्टन बनाम ब्रे वायट (नो मर्सी 2016) ऊपर से लेकर नीचे तक नो मर्सी के मैच कार्ड थोड़े अजीब थे। US के प्रेसिडेंटियाल डिबेट की वजह से WWE ने WWE ख़िताब के लिए डीन एम्ब्रोज़, जॉन सीना और एजे स्टाइल्स के बीच का मेन इवेंट का ट्रिपल थ्रेट मैच पहले करवाया। इसमें कईयों को लगा की मैच पे-पर-व्यू स्टाइल से किया गया। इसके बाद हमे डॉल्फ ज़िगलर और द मिज़ के बीच एक बेहतरीन "करियर बनाम ख़िताब" मैच देखने मिला। कमाल के शो का अंत किया रैंडी ऑर्टन बनाम ब्रे वायट के मैच ने। उनका मैच अच्छा था, लेकिन पहले के बेहतरीन मैचों के कारण दर्शक थक चुकी थे। इसलिए इस मैच में दर्शक ज्यादा उत्साहित नहीं दिखे और इसलिए अच्छे शो को ये फीका मैच साबित हुआ। दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए ल्यूक हार्पर की सरप्रिज़ एंट्री भी ज्यादा कुछ नहीं कर पाई। किसी तरह से दोनों रैसलर्स दुश्मनी छोड़कर दोस्त बन गए और अब स्मैकडाउन लाइव के टैग टीम चैंपियंस हैं। बड़ी अजीब बात है। #4 रॉयल रम्बल मैच (एक बनाम सभी) जिस तरह से रॉयल रम्बल मैच का आयोजन होता है, उसे देखकर शायद ही कोई बोर हुआ हो। कहा गया था कि इस साल का रॉयल रम्बल मैच बेहतरीन होगा। रोमन रेन्स रॉयल रम्बल पर WWE वर्ल्ड हैवीवेट टाइटल डिफेंड करने उतरे पहले रैसलर बने। सर्वाइवर सीरीज पर अथॉरिटी से पंगे लेने के कारण ऐसा किया गया था। किसी NXT स्टार या फिर किसी मिडकार्ड रैसलर के लिए अपने करियर की धमाकेदार शुरुआत करने का ये बढ़िया मौका था। लेकिन इसके उलट एक अधेड़ उम्र के रैसलर ने डीन एम्ब्रोज़ को बाहर कर के WWE वर्ल्ड हैवीवेट टाइटल 14 वीं बार जीता। जी हाँ, हम यहाँ पर किंग ऑफ किंग- ट्रिपल एच के बारे में बात कर रहे हैं। इसके अलावा रोमन रेन्स ने मैच का अधिकतर समय बैकस्टेज चोटिल होने के बहाने के कारण बिताया। इससे WWE यूनिवर्स खुश नहीं हुई, वे चाहते थे की डेब्यू कर रहे एजे स्टाइल्स की यहाँ पर जीत हो। #3 रोमन रेन्स बनाम ट्रिपल एच (रैसलमेनिया 32) ये संभव ही नहीं है कि कोई और रैसलर अंडरटेकर बनाम शेन मैकमैहन के मैच के सामने ज्यादा लोकप्रिय हो सके। खासकर तब जब डेडमैन और शेन मैकमैहन के बीच हैल इन ए शैल का मैच हो, जिसमें मैकमैहन शैल के ऊपर से जम्प किये हों। ये मैच मेन इवेंट और उसमें हिस्सा ले रहे रैसलर्स के लिए एक अभिशाप था। जी हाँ, मैच अच्छा था और हमेशा ग़ुस्से में रहनेवाले ब्रेट हार्ट ने भी उनकी तारीफ की, लेकिन ये इतना भी अच्छा नहीं था कि इसे सात घंटे के शो में सबसे ऊपर रखा जाये, खासकर तब जब वो US के प्रोफेशनल रैसलिंग का सबसे बड़ा शो हो। उस समय रोमन रेन्स को दर्शक ज्यादा पसंद नहीं करते थे (जो शायद आज भी नहीं करते) और सभी को ये मालूम था कि यहाँ पर जीत रेन्स की ही होनी है। तकनिकी रूप से अच्छे मैच को सस्पेंस की कमी ने मार दिया। #2 रैंडी ऑर्टन बनाम ब्रॉक लैसनर (समरस्लैम 2016) समरस्लैम 2016 में ब्रॉक लैसनर और रैंडी ऑर्टन के मैच के बाद सभी हैरान रह गए थे। इस मैच को बराबरी का मैच दिखाया गया था, लेकिन हमें रैंडी ऑर्टन की ओर से कम ही विरोध देखने मिला। ज्यादातर समय तो रैंडी सुप्लेक्स सिटी की सैर करते रहे और मैच के अंत में लैसनर ने मार-मार कर उनका बुरा हाल कर दिया। मैच को TKO से हारने के बाद ऑर्टन बीच रिंग में खून से लथ-पथ पड़े रहे। दर्शकों को ये मैच पसंद नहीं आया क्योंकि एक पार्ट टाइमर और दूसरे सबसे अधिक पैसे कमाने वाले ब्रॉक (पहले जॉन सीना है) ने यहाँ पर गलत किया। उन्होंने यहाँ पर पारंपरिक WWE मेन इवेंट जैसी रैसलिंग नहीं की थी। समरस्लैम 2016 दर्शकों के लिए निराशाजनक रहा। ये ख़राब बात थी। #1 शार्लेट बनाम साशा बैंक्स (हैल इन ए शैल 2016) इसमें कोई दो राय नहीं की महिलाओं के बीच ऐतिहासिक हैल इन ए शैल के मेन इवेंट मैच का हकदार शार्लेट और साशा बैंक्स के अलावा कोई और हो सकता था। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि ये दोनों के लिए काफी जल्दी हो गया। इस तरह के मुकाबले में हम अक्सर बाकि रैसलर्स को अपनी हड्डियां तुड़वाते हुए देखते हैं, लेकिन यहाँ पर क्या चल रहा था वो समझ नहीं आया। वहीँ शार्लेट फ्लेयर के हाथों साशा बैंक्स का उन्ही में होमटाउन में हारना भी एक गलत कदम साबित हुआ। ऊपर से इसमें स्ट्रैचर भी मंगवाया गया, जिससे मैच और कमज़ोर दिखाई देने लगा। उम्मीद है इन दोनों प्रतिभाशाली महिलाओं में दोबारा मैच हो और ये वहां पर कमाल कर जाएँ।