वो हॉकी में लगभग करियर बना चुके थे
बॉबी रुड बचपन से रैसलिंग फैन तो थे ही, साथ ही साथ उनके रगों में कैनेडियन खून भी बह रहा था और इसलिए उन्हें हॉकी से प्यार था और वो एक प्रोफेशनल हॉकी खिलाड़ी बनना चाहते थे। 19 साल की उम्र में उन्हें पता चला कि वो हॉकी नहीं खेल सकते और इसलिए उन्होंने रैसलिंग की ओर अपना ध्यान किया।
कॉल्ट कबाना के पॉडकास्ट पर उन्होंने बताया कि वो कानून प्रवर्तन अधिकारी भी बनने का विकल्प खोलें रखे थे। लेकिन उनके ज़िन्दगी की गाड़ी उन्हें रैसलिंग की ओर लेकर आई। हमे खुशी है कि ऐसा हुआ।
लेखक: रिजु डासगुप्ता, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी
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