किसी को उम्मीद नहीं थी की साल 2002 में शॉन माइकल्स रैसलिंग कर पाएंगे, लेकिन फिर नवंबर 2002 तक वो वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन बन गए। समरस्लैम में ट्रिपल एच के खिलाफ नो बार्ड मैच के बाद उनके करियर बढ़ोतरी में तेज़ी आ गयी। इसके बाद वो पहले एलिमिनेशन चैम्बर मैच में हिस्सा लेने वाले रैसलर बने। उन्हें ट्रिपल एच, बुकर टी, क्रिस जैरिको, रॉब वैन डैम और केन से कड़ी चुनौती मिली जो इस इवेंट में माइकल्स के विरोधी थे। मैच के अंत में DX के दो पूर्व सदस्य बचे हुए थे। शॉन माइकल्स ने अपने स्वीट चीन म्यूजिक की मदद से द गेम को हराया और अपना ख़िताब जीता। मैं सभी से आग्रह करता हूँ की वो इस कमाल के मैच को ज़रूर देखें।
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