इस साल WWE में कई टाइटल चेंजेस हुए हैं, जिसमे से कुछ ने तो दर्शकों को अपना सिर खुजाने में मजबूर करदिया और कुछ ने दर्शकों को नाराज कर दिया। प्रो रेसलिंग की दुनिया में टाइटल बहुत अहम किरदार निभाता है। यह टाइटल सभी रेसलर्स की नजर में होता है और कई लड़ाइयां ऐसी होती हैं जिनका अहम मुद्दा होता है चैंपियनशिप बेल्ट। सभी रेसलर्स चैंपियनशिप बेल्ट के पीछे इसीलिए भागते हैं क्योंकि यह बेल्ट एक ताज के बराबर होता है जो यह दर्शाता है कि रेसलिंग के उस फील्ड में सबसे ऊंचाई पर किसका नाम है। इस टाइटल के बिना प्रो रेस्लिंग में स्टोरी टेलिंग का बोझ और भी बढ़ जाएगा और बहुत मुश्किल साबित होगा। जिस रेसलर के पास टाइटल होता है, उसकी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। उसे उस टाइटल की कीमत को बरकरार रखने के लिए हमेशा अपने परफॉर्मेंस में ध्यान रखना पड़ता है। और अगले होने वाले टाइटल मैच के लिए चैंपियन का सामना कौन करेगा, इसका भी ध्यान रखना बहुत जरुरी है। इन सब बातों से टाइटल कीमती साबित होता है। वरना अगर मैच देखने लायक ही न हो तो भला उस टाइटल की कोई क्यों कद्र करेगा और उस टाइटल को अपने पास रखने वाले चैंपियन की भी इज्जत कम होजाएगी इससे। और अगर ऐसा हुआ तो भला कोई क्यों इस बात की परवाह करेगा कि कौन चैंपियन है और कौन नहीं? WWE और ख़ास तौर पर विंस मैकमैन ऐसा दावा करते हैं कि वे जनता को वही चीजें दिखाते हैं जो WWE यूनिवर्स को पसंद है। लेकिन अगर ऐसा होता तो सिजेरो कबसे WWE वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन बन चुके होते। यह काम ब्रांड स्प्लिट के भी काफी पहले हो जाता। दुःख की बात तो यह है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है और विंस ने कुछ बहुत ही बुरे टाइटल चेंजेस करवाये हैं। आज नवम्बर 2016 में देखा जाए तो WWE में मेन रोस्टर में नौ अलग अलग प्रकार की चैंपियनशिप हैं - WWE वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप, WWE यूनिवर्सल चैंपियनशिप, WWE विमेंस चैंपियनशिप स्मैक डाउन, WWE वीमेन चैंपियनशिप रॉ, WWE रॉ टैग टीम चैंपियनशिप, WWE स्मैक डाउन टैग टीम चैंपियनशिप, इंटरकांटिनेंटल चैंपियनशिप, U S चैंपियनशिप और क्रूजर वेट चैंपियनशिप। आपको लग रहा होगा कि इतनी सारी चैंपियनशिप होने से WWE में एक से एक दिलचस्प मैचेस होते होंगे लेकिन आप गलत हो क्योंकि ऐसा नहीं है। आइये बताते हैं आपको कुछ ऐसे टाइटल चेंजेस के बारे में जिसने दर्शकों को नाराज किया है: 1) ब्रायन कैंड्रिक का टीजे पर्किन्स को हराना जब WWE ने क्रूजर वेट डिवीज़न लांच किया तब सब लोग बहुत खुश हुए थे। सभी को ऐसा लगा था कि इस डिवीज़न को आखिरकार वो इज्जत और नाम मिलेगा जो पूर्ण रूप से इस डिवीज़न को मिलना चाहिए। क्योंकि आज WWE में इस केटेगरी में आने वाले कई लोकप्रिय रेसलर ऐसे हैं जो इस डिवीज़न को प्रसिद्ध करके इसकी कीमत को भी बढ़ा सकते हैं। जिस तरीके से क्रूज़र वेट टूर्नामेंट करवाई गयी थी और इस के फाइनल मैच में टी जे पर्किन्स और ग्रैन मैटेलिक के बीच में जो मैच हुआ था वो काबिले तारीफ़ था और इस मैच से इन दोनों ने क्रूज़र वेट टाइटल की अहमियत को बढ़ा दिया है। जिस तरीके से पर्किन्स ने यह मैच जीता था, उसे देखकर ऐसा समझ में आ रहा था कि वे काफी लंबे समय इस नयी बेल्ट पर कब्ज़ा करके रखेंगे और इस क्रूजर वेट डिवीज़न की जड़ को मजबूत करने में मदद करेंगे। मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ और WWE ने एक नासमझी भरी बुकिंग करदी और चैंपियन बनने के 45 दिन के बाद ही ब्रायन कैंड्रिक ने टीजे पर्किन्स को हराकर उनसे बेल्ट छीन ली। कौन यह चाहेगा कि पर्किन्स जैसा करिश्माई कलाकार इतना जल्दी वो बेल्ट हार जाए । बल्कि उनसे तो ऐसी उम्मीद थी कि वे 2016 के रे मिस्टेरियो या और कोई सफल क्रूजर वेट जैसे साबित होंगे। 2) अल्बर्टो डेल रियो और कैलीस्टो ने US चैंपियनशिप का स्तर गिराया साल 2015 में जॉन सीना ने ऐसा कुछ कर दिखाया जो किसी ने कभी सोचा नहीं होगा उन्होंने US चैंपियनशिप का दर्जा बढाकर रख दिया था। जॉन सीना ने हर हफ्ते आकर US चैंपियनशिप डिफेंड किया करते थे। उन्होंने उन सभी क्रिटिक्स को चुप करा दिया जो कहा करते थे कि जॉन सीना अब रेस्लिंग नहीं कर सकते। जॉन सीना यह बैल्ट सैथ रॉलिंस से हार गए थे और फिर तुरंत वापस जीत भी लिए। उसके बाद जॉन सीना को लेकर सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा था कि अब जॉन सीना को कौन हरा सकता है क्योंकि उस समय का माहौल देखकर ऐसा लग रहा था कि जॉन सीना लगभग सभी को हरा सकते हैं । फिर सभी ने सोचा कि अल्बर्टो डेल रियो को दे देते हैं यह मौका। अल्बर्टो ने जॉन सीना को सफाई से हरा दिया और बेल्ट लेकर चले गए। इससे बेल्ट को भी सम्मान मिला ऐसा लगा कि यह मुद्दा चैंपियनशिप बेल्ट का है। फिर अल्बर्टो यह बेल्ट कलिस्टो के साथ हुए मैच में हार गए। इसके बाद कलिस्टो अगले ही हफ्ते यह बेल्ट फिर से हार गए। इससे इस बेल्ट की मान्यता को काफी घाटा हुआ था । 3) रोमन रेंस का रेसलमैनिया 32 में WWE चैंपियनशिप जीतना कभी कभी चीजें कुछ इस प्रकार हो जाती है जैसा हम सोचे नहीं होते हैं। ठीक ऐसा ही हुआ था WWE यूनिवर्सल चैंपियनशिप के मामले में कुछ महीने पहले। लेकिन वही कभी कुछ कुछ चीजें विंस मैकमैन ऐसा करते हैं जो कभी दर्शकों को पसंद नहीं आती है फिर भी वो मानते नहीं हैं और अपनी जिद पूरी करते हैं। रेसलमैनिया 32 में जब रोमन रेंस ने चैंपियनशिप जीती थी तब दर्शकों को पसंद नहीं आया था। पहली बार ऐसा हुआ था कि WWE रेसलमैनिया के मेन इवेंट के विजेता को इतना नापसंद किया गया था। उसके बाद ट्रिपल एच और स्टेफनी ने नाराज दर्शकों को खुश करने की कोशिश की थी। रोमन रेंस को स्वीकार इसलिए नही किया जा रहा है क्योंकि दर्शकों को भी पता चल गया है कि रोमन को विंस मैकमैन के तरफ से अंधाधुंध बढ़ावा मिल रहा है। 4) डॉल्फ जिगलर ने मिज को हराकर इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप बेल्ट जीती द मिज काफी लंबे समय से WWE इंटरकांटिनेंटल चैंपियनशिप अपने कब्जे में करके रखे हुए हैं। वे अभी स्मैक डाउन के एक टॉप हील करैक्टर हैं । वे अपनी वाइफ की मदद से कई मैच जीत चुके हैं। वे एक मात्र कलाकार हैं जिनको एजे स्टाइल्स से भी ज्यादा बू किया जाता है। उन्होंने एक रिकॉर्ड टाइम के लिए इंटरकांटिनेंटल चैंपियनशिप को अपने पास रखा और WWE चाहता तो इस बात को एक ऐतिहासिक किस्सा बना सकता था लेकिन डॉल्फ जिगलर से मिज को हरवाकर WWE ने यह मौका भी खो दिया है। डॉल्फ जिग्गलर ने मिज को हराकर चैंपियनशिप अपने नाम की और उसकी 40 दिन बाद मिज ने स्मैक डाउन 900 एपिसोड में वो बेल्ट वापस अपने कब्जे में कर ली। सोचने वाली बात यह है कि इससे क्या फायदा मिला। न मिज को न जिग्गलर को और न ही इंटरकांटिनेंटल बेल्ट को कोई लाभ हुआ। इसके बदले मिज को अगर रेसलमैनिया 33 तक चैंपियन बनाये रखा जाता और फिर कोई टॉप सुपरस्टार जैसे डेनियल ब्रायन के पुराने दोस्त शिंसके नाकामूरा आकर उन्हें हरा देते तो WWE को एक ऐसा पल मिल जाता जिसे वो काफी लंबे समय तक याद कर पाता। डॉल्फ और मिज के बीच की यह फ्यूड को छह महीने से ज्यादा याद नहीं रखा जा सकता है। 1) फिन बैलर ने WWE यूनिवर्सल चैंपियनशिप जीतकर 24 घंटे में ही हार गए एक साल का समय NXT में बिताने के बाद फिन बैलर मेन रोस्टर की तरफ अपना रुख किया, जहां उन्होंने आते साथ ही बहुत तरक्की की और सीधा मेन इवेंट छवि में आ गए थे। फिन बैलर पहले यूनिवर्सल चैंपियन बने थे, जब उन्होंने इस टूर्नामेंट के फाइनल्स में सैथ रोलिंस के साथ एक शानदार मैच लड़ा था। इस मैच में फिन बैलर का कन्धा चोटिल हो गया था। यह सब होने के बावजूद भी उन्होंने इस मैच को बिना रुकावट 20 मिनट तक और लड़ाई की। यह बात से साफ़ जाहिर होता है कि फिन बैलर एक जांबाज और निडर रेसलर हैं। फिन बेलर ने वो मैच जीता जरूर मगर एक ही दिन के अंदर उन्हें अपनी जीती हुई WWE यूनिवर्सल चैंपियनशिप बेल्ट को वापस करना पद गया। उसके बाद ऐसी खबर मिली थी कि बैलर लगभग छह महीने तक एक्शन करते नजर नहीं आएँगे।