5 चौंकाने वाले सुपरस्टार्स जो WWE चैंपियन बने

WWE में हमेशा से ही ताकतवर और प्रभावशाली WWE चैंपियंस रहे हैं। WWE में बना हर चैंपियन काफी समय तक कंपनी में राज करता है और वहीं कही चैंपियंस का राज कुछ पल तक चलता है। लेकिन आमतौर पर WWE में बना चैंपियन WWE का फेस होता है। हालांकि WWE के इस फैसले को सुनकर कई लोग यह सोचते हैं कि इन सुपरस्टार को WWE चैंपियन क्यों बनाया गया है? आइए जाने ऐसे ही 5 चैंपियंस के बारे में जिनके WWE चैंपियन बनने में बाद सब चौक गए थे।

#5 रे मिस्टीरियो

रे मिस्टीरियो अपने करियर के शुरुआती समय में WCW में थे जिसके बाद मिस्टीरियो WWE में साल 1996 से लेकर 2015 तक रहे। यहां पर इन्होंने अपना काफी नाम बना लिया था और फैंस इन्हें काफी पसंद करते थे। हालांकि बड़े-बड़े सुपरस्टार के होने के बावजूद इनके WWE वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन बनने की संभावना काफी कम थी लेकिन फिर भी मिस्टीरियो ने रैंडी ऑर्टन को हराकर WWE हैवीवेट चैंपियनशिप बेल्ट अपने नाम की। जिसके बाद काफी सारे फैंस सोच में पड़ गए की इतना छोटा रैसलर चैंपियन कैसे बन सकता है? काफी फैंस को यह लगता है कि इसका कारण मिस्टीरियो के बेस्ट फ्रेंड एडी गुरेरो हैं, जो कि अपनी जगह मिस्टीरियो के लिए छोड़ कर गए थे।

#4 डॉल्फ ज़िगलर

इस बात में कोई शक नहीं है डॉल्फ जिगलर एक टैलेंटेड रैसलर हैं और WWE के 15 साल के इतिहास में बेस्ट इन-रिंग परफॉर्मर भी हैं। जिगलर दो बार वर्ल्ड चैंपियन बन चुके हैं हालांकि उन्हें फैंस की तरफ से इतना अच्छा रिस्पोंस नहीं मिला। डॉल्फ ने अपनी पहली चैंपियनशिप बेल्ट एेज के खिलाफ जीती थी क्योंकि इस मैच में इसने स्पीयर मूव का इस्तेमाल किया था जोकि उस समय बैन था। जिसके बाद विकी गुरेरो ने डॉलफ को चैंपियनशिप बेल्ट देदी। लेकिन एेज को अपनी चैंपियनशिप बेल्ट वापस लेने में ज्यादा समय नहीं लगा और उन्होंने कुछ समय बाद ही एज ने अपनी बेल्ट वापस हासिल करली थी। इन्होंने अपनी दूसरी चैंपियनशिप बेल्ट रैसलमेनिया 29 के बाद वाली रॉ में चोटिल अल्बर्टो डेल रियो के खिलाफ अपनी मनी इन द बैंक ब्रीफकेस को कैश इन करके जीती थी। हालांकि चैंपियनशिप जीतने के 69 दिनों बाद ही जिगलर ने अपनी चैंपियनशिप बेल्ट अल्बर्टो डेल रियो के खिलाफ गंवा दी थी।

#3 जैक स्वैगर

जैक स्वैगर अपने ECW और रॉ के शुरुआती समय मे एक बड़े यंग एथलीट थे जिसके बाद जैक ECW और WWE वर्ल्ड चैंपियन की रेस में भी लगे। मेन रोस्टर में केवल 18 महीनों तक होने के बावजूद जैक की फिउड मैट हार्डी और क्रिश्चियन जैसे रैसलर्स के साथ हुई थी। स्वैगर ने साल 2010 के मनी इन द लैडर ब्रीफकेस को जीतकर उसे क्रिस जेरिको के खिलाफ कैश इन किया था जिसके बाद एज ने उन्हें एक स्पीयर भी दिया था। स्वैगर ने चैंपियनशिप बेल्ट 2 महीनों तक अपने पास रखी जिसके बाद रे मिस्टीरियो ने उन्हें हराकर बेल्ट को अपने नाम किया। WWE यूनिवर्स की नज़र कभी पूरी तरह स्वैगर पर नही थी जो कि हारने के बाद जल्द ही एक सॉलिड मिड-कार्ड रैसलर बन गए और 2012 में यूएस चैंपियन बनने के बाद इन्होंने साल 2017 में WWE को पूरी तरह से छोड़ दिया।

#2 जिंदर महल

जिंदर महल की कहानी मोचन और गर्व से भरी हुई है लेकिन इनका WWE चैंपियन बनना WWE यूनिवर्स को इतना पसंद नहीं आया जिंदर एक मिड-कार्ड रैसलर थे जिन्होंने NXT में भी काम किया है। जिंदर पहले जितने मैच जीते थे उससे ज्यादा वह मैच हारते थे जिसके कारण उन्हें शर्मिंदा भी होना पड़ता था। साल 2014 में कंपनी छोड़ने के बाद जिंदर ने अपने आप में काफी सुधार किया और साल 2016 में इन्होंने WWE में अपनी वापसी भी करी। कंपनी में आने के बाद भी जिंदर पहले का रोल पहले की तरह ही था लेकिन रैसलमेनिया 33 में एंड्रे द जॉइंट बैटल रॉयल में NFL के रॉब गरोंकोव्स्की ने उनकी मदद की जिसके बाद जिंदर स्मैकडाउन में आये जहां उन्होंने काफी सारे मेन इवेंट्स में जीत दर्ज की और आखिरकार रैंडी ऑर्टन को बैकलैश 2017 में हराने के बाद वह WWE चैंपियन भी बने। जिंदल ने 170 दिनों तक बेल्ट को अपने पास रखा जो कि सब की सोच से परे था।

#1 विंस मैकमैहन

विंस मैकमैहन एक रैसलर नही थे लेकिन इसके बावजूद विंस ट्रिपल एच और स्टेफनी की मैरेज वाली स्टोरीलाइन (जो कि बाद में हकीकत में भी हुई) के दौरान WWE चैंपियन भी बने। विंस ने ट्रिपल एच को सितंबर 1999 को स्मैकडाउन में स्टोन कोल्ड की मदद से हराया, जो कि टाइटल को हासिल करना चाहते थे। इसके अगले हफ्ते ही रॉ के एक एपिसोड में विंस ने अपनी बेल्ट को त्याग दिया बिना उसे डिफेंड करे और ट्रिपल एच के साथ अपनी फिउड को अपने और उनके बीच होने वाले 'नो होल्ड्स बर्रेड' मैच जारी रखा। मैकमैहन WWE के टॉप हील रैसलर में से एक थे और एटीट्यूड एरा की सक्सेस में से इनका बहुत बड़ा हाथ था। हालांकि कंपनी के मालिक एयर चेयरमैन होने के बावजूद यह काफी चौकाने वाला था कि वह खुद को चैंपियन बनाएंगे। जो कुछ भी हो यह तो सच ही है कि वह पूरी तरह से रैसलिंग कभी नही कर पाए। लेखक- एडम डोरमर अनुवादक- ईशान शर्मा