रैसलमेनिया XX में एक यादगार फिनिश थी, जब ट्रिपल एच ने क्रिस बेन्वा के क्रिप्प्लेर क्रॉसफेस पर सबमिट करते हुए उन्हें वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप जीतने दी। ये पहला मौका था जब रैसलमेनिया का मुख्य इवेंट सबमिशन होल्ड से खत्म हुआ। इससे बेन्वा की फिनिशिंग मूव का स्तर बढ़ा और कंपनी में इसे एक खतरनाक होल्ड के रूप में देखा जाने लगा। बेन्वा के बारे में कुछ साफ़ कहना संभव नहीं होता था। उन्हें एक छोटे भगर ग़ुस्सैल रैसलर के रूप में दिखाया गया। जैसे माचिस के डिब्बे में रखा हुआ बारूद और रिंग के बाहर होते हुए भी रिंग के अंदर की काफी समझ थी। वे तकनीकी रूप से सक्षम थे और महज़ कुछ पलों में अपने विरोधी को तबाह कर देते थे, जैसे की वे मॉडिफाइड नेक क्रैक का इस्तेमाल कर रहे हों। एक इंटरव्यू में बेन्वा ने कहा, “रिंग में मैंने किसी पर क्रॉस फेस लगाया और टैप आउट न करें ऐसा आजतक नहीं हुआ।" इस मूव से केवल विरोधी के गर्दन, पीठ और रीढ़ की हड्डी पर तो दबाब पड़ता ही था, इसके अलावा इस झटके से उसे उभरने का समय भी नहीं मिलता था। बेन्वा की खासियत थी आर्म ट्रैप और इसी वजह से वे किसी भी मूव को ग्राउंड पर या फिर फ्लाइट की मदद से क्रिप्प्लेर क्रॉसफेस में बदल सकते थे।