WWE में पहले पे-पर-व्यू तीन से चार महीनों में एक बार हुआ करता था, लेकिन 2017 में हमें करीब दो दर्जन पीपीवी देखने को मिलते हैं। WWE के लिए बढ़ते पीपीवी के साथ कंटेंट प्रोड्यूस करने में काफी दिक्कतें आती है और शो की क्वॉलिटी भी गिरती है। इसलिए कुछ फैंस ज्यादा पीपीवी के बजाए कम मगर असरदार इवेंट्स देखना चाहते हैं। ऐसे सोचने में सेंस भी है क्योंकि कुछ शो काफी बेतुके होते हैं और को इन शो को कराने का कोई मतलब नहीं होता क्योंकि फैंस की दिलचस्पी इनमें नहीं रहती। आइए नज़र डालते हैं उन 5 पीपीवी पर जो हमें शायद 2018 में देखने को न मिलें:
ग्रेट बॉल्स ऑफ़ फायर
आज होने वाले इस पीपीवी में कई शानदार मुकाबले देखने को मिलने वाले हैं, लेकिन अगले साल इस पीपीवी को कराने का कोई मतलब नहीं है। सबसे पहले तो इसका नाम काफी बचकाना है और दूसरी बात यह कि WWE का पीपीवी कैलेंडर इस शो के बिना बेहतर होगा। अगर यह इवेंट अच्छा होता तो है तो WWE फैंस को यह याद रहेगा। लेकिन जैसे मूवी के खराब सीक्वल होते हैं वैसे ही अगले साल का ग्रेट बॉल्स बोरिंग हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि ग्रेट बॉल्स ऑफ़ फायर को न कराया जाए।
एक्सट्रीम रूल्स
एक्सट्रीम रूल्स पिछले कुछ सालों से WWE के कैलेंडर में महत्वपूर्ण पीपीवी रहा है, लेकिन हाल ही में इसे मई/जून के पहले नहीं कराया जा रहा है। इसका पीपीवी का लक्ष्य गिमिक मैच से फैंस में दिलचस्पी पैदा करना था। लेकिन WWE ऐसा करने में सफल नहीं हो पाया है और अब इस शो में बमुश्किल से एक या दो गिमिक मैच देखने को मिलते हैं। PG एरा में एक्सट्रीम रूल्स बढ़िया हुआ करता था, लेकिन 2017 में ऐसा नहीं है और बेहतर होगा कि WWE इस शो को बंद कर दे।
बैटलग्राउंड
बैटलग्राउंड की जब बात आती है तो हमें हमेशा शील्ड के ट्रिपल थ्रेट मैच की याद आती है। एम्ब्रोज़ ने उस मुकाबले को जीता था, लेकिन समरस्लैम के सिर्फ एक महीने दूर होने से WWE इस इवेंट को ठीक से प्लान नहीं कर पाया था। इस साल के एडिशन का भी यही हाल नज़र आता है और बैटलग्राउंड की क्वॉलिटी शुरू से ही काफी खराब रही है। अगर बैटलग्राउंड को हटा दिया जाता है तो समरस्लैम में बेहतर फोकस बन पाएगा।
क्लैश ऑफ़ चैंपियंस
क्लैश ऑफ़ चैंपियंस का शुरुआत करने का ऑब्जेक्टिव यह था कि इसमें सभी चैंपियंस अपने टाइटल्स को डिफेंड करते हैं। लेकिन यह दोनों ब्रांड का इवेंट नहीं है और बाकी पीपीवी का भी इसी तरह का कॉन्सेप्ट है। 2016 का एडिशन भी उतना खास नहीं था, जिसके चलते क्लैश ऑफ़ चैंपियंस को बनाए रखने का अब कोई औचित्य नहीं है।
हैल इन ए सेल
है इन ए सेल पहले लम्बी चली आ रही फिउड्स का अंत करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन हाल के समय में इसे वर्ल्ड टाइटल या ऐसे ही छोटी-मोटी फिउड्स के लिए इस्तेमाल किया जाने लगा है, जिससे इसकी पॉपुलैरिटी कम हुई है। उदाहरण के लिए ट्रिपल एच और अंडरटेकर के बीच फिउड रैसलमेनिया 28 में स्टील स्ट्रक्चर में हुई थी, जिससे सभी की दिलचस्पी बनी थी, लेकिन दुर्भाग्यवश अब ऐसा नहीं है। लेखक : हैरी कैटल, अनुवादक : मनु मिश्रा