यह बिल्कुल भी समझ से परे था, क्या इसका कोई तुक बनता था? नही, बिल्कुल भी नही। जबकि कई लोग श्री विंस मैकमैहन और स्टोन कोल्ड स्टीव ऑस्टिन की प्रतिद्वंद्विता पर उस समय विचार कर रहे थे, इसमें सबसे बड़ी दरार तब आई जब विंस मैकमैहन का अहंकार सामने आया, और 1999 में हुए इस रंबल को उन्होंने जीत लिया। यह बिल्कुल भी समझ में नहीं आया कि ऐसा क्यों किया गया था। शायद हो सकता है कि इन दोनों में बहुत क्रोद्ध रहा होगा, लेकिन तथ्य है कि एक बॉस की जीत केवल इंवेट की अहमियत को खत्म कर देती हैं, बावजूद इसके की उनका प्रयास रैसलिंग में अच्छा नहीं हैं, और इस पूरे साल केवल वहीं दिखा। यह WWE की एक गलती थी, जिसे समय रहते सही कर लिया गया था, नहीं तो आगे यह और मंहगी साबित हो सकती थी।