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डीन एम्ब्रोज़ की असली चमक तब दिखती है, जब वो अपने से मजबूत सुपरस्टार के खिलाफ रिंग में उतरते है और वहाँ अपनी जान की बाजी लगाकर रिंग में शानदार प्रदर्शन करते है। रैसलमेनिया 32 में जब ब्रॉक लैसनर और डीन एम्ब्रोज़ आमने सामने आए थे, तो वो मैच इतना चल नहीं पाया था, क्योंकि एम्ब्रोज़ उस हार्डकोर मैच में हथयारों का इस्तेमाल करने में नाकाम रहे थे। WWE को अगले मैच में इस मैच को दोबारा कराने के बारे में सोचना चाहिए और स्टोरी को इस तरह बिल्ड किया जाए कि इसमें जीत दीं एम्ब्रोज़ की हो। इससे एम्ब्रोज़ को काफी फायदा होगा। लेकिन क्या लैसनर इस हार को अपनाएँगे, या फिर इस हार से WWE को फायदा होगा। लेखक- निलंजन दास, अनुवादक- मयंक मेहता
Edited by Staff Editor