#4 सर्वाइवर सीरीज का थीम वो ही रहेगा
सर्वाइवर सीरीज़ ने पिछले कुछ सालों से अपनी चमक खो दी है। 1987 में सर्वाइवर सीरीज़ का पहला मुकाबला हुआ था। तब से यह WWE के लिए रेसलमेनिया की तरह एक बहुत बड़ा हिस्सा बन गया है। पिछले साल रॉ के रेसलर्स ने स्मैकडाउन के रेसलर्स को सभी मुक़ाबलों में हराया था।
एक सही ड्राफ्ट के तैयार होने से सुपरस्टार्स के लिए वाइल्ड कार्ड नियम बंद हो जाएगा, जिससे वह अपने ही ब्रांड में रहेंगे और हमें हर साल इस पीपीवी में रॉ बनाम स्मैकडाउन देखने का मौका मिलेगा बिना यह सोचे कि कौन सा सुपरस्टार कौन से ब्रांड से संबंध रखता है।
#3 कम अव्यवस्था और अधिक अवसर
वाइल्ड कार्ड नियम को लाने के लिए 2019 के शेकअप को बेकार माना गया है। सुपरस्टार्स कभी भी दूसरे ब्रांड के शो में चले जाते थे जिससे उसका अपना रोमांच खत्म हो जाता था।
अगर एक ड्राफ्ट बनता है तो WWE में रॉ के सुपरस्टार्स स्मैकडाउन लाइव में नहीं जाएंगे और ना ही स्मैकडाउन के स्टार्स रेड ब्रांड में लड़ते हुए दिखेंगे।