सालों से हम सिजेरो का रोना-धोना सुनते आ रहे हैं कि WWE उन्हें आगे बढ़ने नहीं देती। दर्शकों का भी यही मानना है कि स्विस सुपरमैन वहां पर नहीं है जहां पर उन्हें होना चाहिए और इसके पीछे विंस मैकमैहन का हाथ समझते हैं। वो बड़े स्टार नहीं हैं, क्योंकि पहले स्थान पर वो स्टार ही नहीं हैं। मुझे समझ नहीं आता की दर्शक किसी स्टार के नाकामी पर बैकस्टेज अधिकारियों को दोषी क्यों ठहराते हैं। क्या इसका दोष खुद स्टार्स नहीं ले सकते? कई ऐसे लम्हें होते हैं जहां स्टार्स की गिरावट उन्ही के कारण होती है। यहां पर मैं सिजेरो के उदहारण के साथ इसे सही साबित करना चाहूंगा। ये रही सिजेरो को ओवररेट किये जाने की 5 वजह: #5 वो कभी किसी भी गिमिक को पूरा नहीं कर पाए जब कोई सुपरस्टार अपने सबसे ऊंचे स्तर पर नहीं पहुंच पाता तो दर्शक WWE की क्रिएटिव टीम को इसका दोषी ठहराते हैं। लेकिन ऐसे भी कई सुपरस्टार्स हैं जिन्होंने ख़राब गिम्मिक को एक लाभदायक गिम्मिक में बदला है। इसका उदाहरण है स्टारडस्ट और रॉ की लोकप्रिय जोड़ी द न्यू डे। याद है जब सिजेरो ने स्मैकडाउन लाइव में डेब्यू किया था तब वो पूर्व रग्बी खिलाडी एंटोनियो सिजेरो के नाम से आएं थे जिन्हें 5 भाषाएँ बोलनी आती थी। लेकिन उस ख़िताब जीतने के बाद वो दर्शकों के साथ जुड़ने मे नाकामयाब रहे और उन्हें केवल सिजेरो के रूप में लाया गया। इसके बाद सिजेरो विवादित रियल अमेरिकन से जुड़े जहां उनपर किसी ने ध्यान नहीं दिया। लेजेंड पॉल हेमन के साथ समय बिताने के बाद भी उनमें कोई फर्क नहीं पड़ा। अब स्विस सुपरमैन अपना समय सेल्टिक वारियर के साथ बिता रहे हैं। #4 अपनी बातों से वो दर्शकों को जोड़ने में असमर्थ हैं विंस मैकमैहन ने स्टोन कोल्ड पॉडकास्ट पर कहा था कि, "सिजेरो दर्शकों में उतने लोकप्रिय नहीं है और ना ही हो पाएंगे।" क्योंकि उनकी बातों में दम नहीं है। वैसे ये मुश्किल है क्योंकि इंग्लिश उनकी भाषा नहीं है। आंद्रे द जाइंट की ओर देखिए, वो कभी कुछ नहीं बोला करते थे लेकिन फिर भी वो रैसलिंग के सबसे लोकप्रिय स्टार्स में से एक हैं। लेकिन उनमें वो बात थी, जिससे वो दर्शकों को एक साथ जोड़ लेते थे। सिजेरो में इस चीज़ की कमी है। केवल बातों से नहीं, उनमें औरा और करिज़्मा भी होना चाहिए। उनमें वो बात थी है कि नहीं जिसके बलबूते वो दुनिया भर के दर्शकों को अपनी और आकर्षित कर सकें। रैसलर्स जिनके पास सिजेरो से आधी काबिलियत है, उनके पास उनसे तीन गुना ज्यादा करिज़्मा है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण है हल्क हॉगन। #3 उनकी रैसलिंग भी कुछ खास नहीं है एक अच्छे रैसलर और एक अच्छे WWE सुपरस्टार में अंतर होता है। आप भले ही एक काबिल टेक्निकल रैसलर हों, लेकिन अगर आप स्टोरी नहीं कह पाते तो WWE में आपका कोई काम नहीं है। मुझे याद नहीं आखिरी बार जब मैंने सिजेरो का कोई सांसे थामनेवाला प्रदर्शन देखा हो। यूरोपियन अपरकट और कुछ स्विंग इतनी प्रभावशाली भी नहीं है और ना ही उन्हें देखने में कुछ खास महसूस होता है। मैं ये मानता हूँ की सिजेरो में भरपूर काबिलियत है लेकिन उनकी रैसलिंग नेविल या कोफ़ी किंग्स्टन की तरह उम्दा नहीं है। भले ही WWE ने उनके पंख काट दिये हों, लेकिन दूसरे रैसलर्स की तरह वो क्यों नहीं उड़ पाएं? #2 उन्हें काफी मौके दिए गए सच बात ये है कि WWE ने सिजेरो को अपना नाम बनाने के कई मौके दिए थे। एक पे पर व्यू के बाद दूसरे पे पर व्यू तक लाखों दर्शकों के सामने सिजेरो के पास अपना बनाने का मौका था। ज़रा सोचिए, सिजेरो रॉ पर करीब चार साल से हैं। रॉ एरीना, टीवी और इंटरनेट के माध्यम से लाखों लोग देखते हैं। पे पर व्यू के लिए इसकी संख्या और बढ़ जाती है। पिछले चार साल से सिजेरो हर पे पर व्यू पर रहे हैं। फिर भी उन्हें मौकों की कमी है। WWE में छोटे से समय में सिजेरो के नाम 3 ख़िताब, एक आंद्रे द जाइंट बैटल रॉयल और एक स्लैमी पुरुस्कार है। इसमें 11 पे पर व्यू का जिक्र नहीं है और ना ही रॉ के उन मेन इवेंट का जिसमें उन्होंने 16 बार के वर्ल्ड चैंपियन जॉन सीना के साथ स्टेज शेयर किया। इसलिए ये कहना गलत होगा की सिजेरो को मौके कम मिले। उन्हें भरपूर मौके मिले लेकिन उन्हें वो भुना नहीं पाएं। #1 वो बोरिंग है मैं जानता हूँ मेरे इस बात से कई लोग नाराज़ होंगे, लेकिन यही सच है। सिजेरो कभी भी माइक पर या रिंग में प्रभावशाली नहीं दिखे। जब भी वो टीवी पर आते हैं, मैं उन्हें अनदेखा करने की कोशिश करता हूँ। ना उनकी रैसलिंग मजेदार है और ना ही उनकी माइक स्किल। माइक के साथ वो अजीब बातें करते हैं और उनकी डिलीवरी ख़राब है। उनकी रैसलिंग एक ही फॉर्मेट में होती है। स्क्रीन पर उनका व्यक्तिव भी उबाऊ है और उसमें कुछ नयापन नहीं दिखता। वो कुछ भी ऐसा नहीं करते जो बाकियों से हटकर हो। मेरे लिए सिजेरो नंबर एक नहीं हैं। लेखक: मैथ्यू अबुवा, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी