WWE फास्टलेन में गोल्डबर्ग, केविन ओवंस को हराकर यूनिवर्सल चैंपियनशिप जीतने वाले तीसरे रैसलर बने। कुछ मामलों में फैंस को इससे खुशी होगी, आखिरकार गोल्डबर्ग WWE के प्रोफेशनल रैसलिंग इतिहास के सबसे बड़े स्टार्स में से एक हैं और अगर ओवंस उनसे टाइटल हार भी जाते हैं तो उन्हें हराने के लिए इतने शानदार रिकॉर्डों वाला इनसे बेहतर दूसरा कौन हो सकता है। हालांकि बुकिंग के इस अज़ीब फैसले और गोल्डबर्ग के टाइटल जीतने के बाद आगे कुछ बड़ी समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। इतिहास में ठीक ऐसी ही स्थिति पहले भी आ चुकी है और जिसके बाद कुछ बड़ी समस्याएं सामने आयी थीं। हम उम्मीद करते हैं कि ऐसा कुछ इस बार नहीं होगा लेकिन फिर भी आइये जानते हैं कि गोल्डबर्ग के चैंपियन बनने से क्या क्या परेशानियां खड़ी हो सकती हैं।
यह एक खालीपन पैदा कर सकता है
WWE अक्सर रीमैच के विकल्प का प्रयोग किसी स्टोरीलाइन को लंबा खींचने में करता है, इससे जो भी चैंपियन अपना टाइटल गवांता है उसे इसे हासिल करने का एक और मौका भी मिल जाता है। यूनिवर्सल चैंपियन के रूप में गोल्डबर्ग के साथ एक बड़ी समस्या उनका पार्ट टाइमर का स्टेट्स है। क्या केविन ओवंस को सही मायनों में उनका एक रीमैच जल्द ही मिल पायेगा ? इस बात में संदेह है, क्योंकि अगर मंडे नाइट रॉ में इस मैच के होने की संभावना को देखा जाये तो साफ तौर पर WWE गोल्डबर्ग के स्टेटस को टेलीविज़न पर इस तरह के मैच में बर्बाद करना नहीं पसंद करेगा। अगर यह होता भी है तो यह फास्टलेन की तरह ही एक 30 सेकंड का मुकाबला होगा जो किसी भी तरह से सही मुकाबला नहीं कहा जा सकता। लेकिन क्या होगा अगर गोल्डबर्ग चैंपियनशिप हार जाएं ? क्या वे झुकेंगे और रिटायर हो जाएंगे या फिर वो एक और बार इसे जीतने के लिए लड़ेंगे ? अगर वो पीछे हटने यानि इसे छोड़ने की सोचते हैं तो क्या वो इसकी परवाह करंगे कि उन्होंने इसे दोबारा शुरू ही क्यों किया था ?अगर वो इसे रैसलमेनिया में हार जाते हैं और फिर अपना अंतिम मैच पेबैक पर लड़ते हैं तो क्या यह उनके रिटायरमेंट पर कुछ बेहतर असर डालेगा ?
प्रीडिक्टिबिलिटी (अनुमान)
कोई भी जो बहुत समय से रैसलिंग देख रहा है वो जानता है कि गोल्डबर्ग और केविन ओवंस के बीच दूसरे मैच की घोषणा क्यों हुई थी। WWE के फैंस की सबसे बड़ी शिकायत यही है कि अंत में हम ऐसी स्थिति में आ जाते हैं जहां चीज़ें हमें आश्चर्यचकित नहीं करती क्योंकि हम वैसा पहले भी देख चुके रहते हैं वो जानते हैं कि क्रिएटिव टीम के काम करने और सोचने का तरीका क्या है। अगर किसी सस्पेन्स फिल्म के क्लाइमेक्स का हम पहले से ही अनुमान लगा लेते हैं और सच में क्लाइमेक्स वैसा ही होता है और कुछ भी बड़ा और सरप्राइज करने जैसा खुलासा नहीं होता तो फिल्म हमें बोर ही करती है। अगर हमें पता हो की अगले हफ्ते की रॉ में क्या होने वाला है तो हम उसे देखने के लिए उतने उत्साहित नहीं होंगे। इसका मतलब यह है की इसकी वजह से दूसरे मुकाबले भी अपनी ऑडियंस गवां सकते हैं। दूसरी ओर अगर केविन ओवेंस अगर टाइटल बरक़रार रखते हैं तो यह और भी आश्चर्य की बात होगी कि कैसे गोल्डबर्ग के साथ WWE शो की रेटिंग को ऊपर पहुंचाएगा। अब आप कुछ कम उत्साहित दर्शकों को देखेंगे जो शायद इस शो को देखना छोड़ भी सकते हैं क्योंकि इसे वो प्री रैसलमेनिया शो के वीडियो पैकेज में देख लेंगे।
गोल्डबर्ग और ब्रॉक लैसनर इसकी जरूरत नहीं है
गोल्डबर्ग और ब्रॉक लैसनर रैसलमेनिया में टाइटल के लिए क्यों लड़ेंगे जबकि उनके मैच हफ़्तों पहले ही तय हो चुके हैं ? लैसनर के नज़रिए से, वो अपना कर्ज उतारने की सोच रहे हैं। वो गोल्डबर्ग से मुकाबला करना चाहते हैं क्योंकि वो उनके सबसे मुश्किल प्रतिद्वंदी हैं जिस पर वो कभी पूर्ण प्रभुत्व से जीत हासिल नहीं कर पाए हैं। गोल्डबर्ग के नज़रिए से, वे लैसनर को हाल में ही हरा चुके हैं, सर्वाइवर सीरीज में उन्होंने उसे हराया और रॉयल रंबल में भी उन्होंने ही लैसनर को एलिमिनेट किया। उन्हें किसकी चिंता है ? इससे भी जरूरी बात यह है कि वो इस हारे हुए लैसनर को अपने नए चमकदार चैंपियनशिप टाइटल के लिए एक और शॉट क्यों दें? अनुमान के आधार पर बात करें तो, सभी यही सोचते हैं कि अब लैसनर ही विजेता होंगे और तब जबकि टाइटल भी इसमें शामिल हो, यह मुकाबला और भी कड़ा हो जायेगा। लैसनर की जीत इसलिए भी जरूरी लगती है क्योंकि गोल्डबर्ग यहां लैसनर की तुलना में ज्यादा समय तक नहीं रहेंगे। अगर यह प्लान है तो अच्छा है। गोल्डबर्ग एक लैजेंड हैं जो WWE हॉल ऑफ़ फेम के पूरी तरह योग्य एक दशक पहले तभी से हैं जब उन्होंने इस कंपनी में अपना कदम भी नहीं रखा था। इन्हें एक और टाइटल जीत की कोई जरूरत नहीं है और न ही इससे उन्हें कद पर ही कोई प्रभाव पड़ेगा जबकि यह जीत इस समय लैसनर को फायदा पहुंचाएगी।
इससे गैप आ जाएगा
कई महीनों से केविन ओवंस मंडे नाइट रॉ के टॉप डॉग बने हुए हैं। रोस्टर के एक बड़े चैंपियन के तौर पर, वह ब्रैंड एम्बेसडर थे और शिखर पर पहुंच गए थे। गोल्डबर्ग ने उन्हें केवल 30 सेकेंड में ही हरा दिया जिसने इस विचार को बल दे दिया की दोनों के बीच बड़ा अंतर है। यहां तक कि हमने रोमन रेंज जैसे ताकतवर रैसलर को भी एपिको या प्रिमो जैसे हल्के रैसलरों को भी इतनी जल्दी हराते हुए कभी नहीं देखा है। इसने यह बताया कि रोस्टर का सबसे कमजोर जॉबर्स भी क्षमता में केविन की गोल्डबर्ग के सामने क्षमता के बराबर है। शायद गोल्डबर्ग इस समय चैंपियन इसीलिए हैं क्योंकि कंपनी सोचती है कि वो ज्यादा बड़े नाम हैं और इसीलिए उन्हें हर किसी से ज्यादा वरीयता दी गयी, उस रैसलर पर भी जो न सिर्फ हर किसी पर भारी पड़ चुका है बल्कि पिछले कई महीनों से इस कंपनी को चलाने में भी जिम्मेदार रहा है। यहां तक कि खुद गोल्डबर्ग के फैन भी केविन ओवंस और क्रिस जेरिको यूनिवर्सल चैंपियनशिप में देखना चाहते हैं जो कि आसानी से हो सकता है। कुछ फैंस रैसलमेनिया के लिए लैसनर को लेकर भी शोर मचा रहे हैं क्योंकि वो पार्टटाइमर गोल्डबर्ग की तुलना में ज्यादा नियमित रैसलर हैं। सबसे बुरी बात यह है कि आप केविन ओवेंस जैसे रैसलर को सिर्फ यही नहीं बताएंगे कि वे उतने अच्छे नहीं हैं बल्कि जब एक बार ये पार्ट टाइमर रैसलमेनिया के बाद WWE को छोड़ देगा तब आप यही उम्मीद फिर से करेंगे कि वो दोबारा इस जिम्मेदारी को उसी तरह से ले लेंगे।
इसने टाइटल को ही बांध रखा है
पार्ट टाइमर हर समय उपलब्ध नहीं रहते इसलिए अगर वे चैंपियन हैं तो आप हर समय अपनी सुविधा के अनुसार चैंपियनशिप का मुकाबला नहीं रख सकते। WWE में रीमैच का भी एक प्रावधान होता है, और साथ ही एक और प्रावधान 30 दिन के अंदर अपने टाइटल को बचाने की शर्त का भी होता है। हर चैंपियन को कम से कम महीने में एक बार अपने टाइटल को बचाने के लिए मुकाबला करना ही होता है नहीं तो यह टाइटल उनका विरोधी रैसलर जीत सकता है। यहां तक कि घायल हुए चैंपियन को भी न लड़ पाने की स्थिति में उन 30 दिनों से पहले टाइटल को छोड़ना पड़ता है तो क्यों किसी पार्ट टाइमर को इसमें छूट दी जाये। गोल्डबर्ग के साथ ऐसी कई बातें हैं कि ऐसा भी हो सकता है कि रैसलमेनिया के बाद समरस्लैम तक आपको बिना इस टाइटल के ही रॉ के एपिसोड देखने पड़े।