प्रीडिक्टिबिलिटी (अनुमान)
कोई भी जो बहुत समय से रैसलिंग देख रहा है वो जानता है कि गोल्डबर्ग और केविन ओवंस के बीच दूसरे मैच की घोषणा क्यों हुई थी। WWE के फैंस की सबसे बड़ी शिकायत यही है कि अंत में हम ऐसी स्थिति में आ जाते हैं जहां चीज़ें हमें आश्चर्यचकित नहीं करती क्योंकि हम वैसा पहले भी देख चुके रहते हैं वो जानते हैं कि क्रिएटिव टीम के काम करने और सोचने का तरीका क्या है। अगर किसी सस्पेन्स फिल्म के क्लाइमेक्स का हम पहले से ही अनुमान लगा लेते हैं और सच में क्लाइमेक्स वैसा ही होता है और कुछ भी बड़ा और सरप्राइज करने जैसा खुलासा नहीं होता तो फिल्म हमें बोर ही करती है। अगर हमें पता हो की अगले हफ्ते की रॉ में क्या होने वाला है तो हम उसे देखने के लिए उतने उत्साहित नहीं होंगे। इसका मतलब यह है की इसकी वजह से दूसरे मुकाबले भी अपनी ऑडियंस गवां सकते हैं। दूसरी ओर अगर केविन ओवेंस अगर टाइटल बरक़रार रखते हैं तो यह और भी आश्चर्य की बात होगी कि कैसे गोल्डबर्ग के साथ WWE शो की रेटिंग को ऊपर पहुंचाएगा। अब आप कुछ कम उत्साहित दर्शकों को देखेंगे जो शायद इस शो को देखना छोड़ भी सकते हैं क्योंकि इसे वो प्री रैसलमेनिया शो के वीडियो पैकेज में देख लेंगे।