कोई चाहे कुछ भी कहे, WWE का केवल एक यूनिवर्सल चैंपियन है और वो हैं केविन ओवन्स। जी हाँ, मैं मानता हूँ की फिन बैलर पहले यूनिवर्सल चैंपियन थे, लेकिन चोट के कारण उन्हें तुरंत अपना ख़िताब छोड़ना पड़ा था और तब से लेकर आज तक ओवन्स इस ख़िताब को आगे लेकर आएं हैं। वहीं ख़िताब के साथ ओवन्स बहुत मजेदार रहे हैं। अगस्त में ख़िताब जीतने के बाद से वो और ज्यादा मजबूत दिखे हैं, लेकिन अभी भी हमे WWE से कई उम्मीदें हैं। ओवन्स की बुकिंग ऐसी ही हुई है जैसे आज कल के हील्स की होती है, एक डरपोक की तरह। इस तरह की बुकिंग ओवन्स जैसे रैसलर, जिसने NXT में बेहतरीन काम किया था सही नही है। इसका ये मतलब नहीं की उनका ख़िताबी दौर बुरा था। केवल दर्शकों को उम्मीद नहीं थी की उनका ख़िताबी दौर इतना लम्बा चलेगा। गोल्डबर्ग का रोस्टर मैचों का हिस्सा बनना मजेदार बात है, लेकिन उन्हें ओवन्स से ख़िताब नहीं लेना चाहिए, वो भी तब जब उन्होंने छह महीने तक रॉ ब्रैंड के बोझ को अपने कंधे पर लिया हुआ है। ये रही 5 वजहें, जिससे केविन ओवन्स को WWE फास्टलेन पर गोल्डबर्ग को हराना चाहिए: #5 नए स्टार्स बनाने पर ध्यान देना चाहिए पिछले कुछ समय से नए स्टार्स की कमी को लेकर WWE की काफी आलोचना हुई है। उनके पास ऐसे कई स्टार्स हैं जिन्हें टॉप सुपरस्टार्स माना जा सकता है, जैसे रोमन रेन्स, सैथ रॉलिन्स या खुद केविन ओवन्स। लेकिन जॉन सीना के अलावा ऐसा कोई दूसरा रैसलर नहीं है जिसमें द अंडरटेकर, गोल्डबर्ग या फिर ब्रॉक लैसनर वाली बात हो। यही वजह है कि WWE हमेशा पे पर व्यू के समय इन पार्ट टाइम सुपरस्टार्स पर ज्यादा ध्यान देती है। जैसा हमने इस साल के रॉयल रम्बल पर देखा। लेकिन बूढ़े होते जा रहे इन दिग्गजों की ओर ध्यान देने के बदले, कंपनी को अपने खुद के रैसलर्स पर ध्यान देने की ज़रूरत है ताकि उन्हें और ज्यादा मौके मिल सकें। गोल्डबर्ग का फास्टलेन पर ख़िताब जीतने इसकी उल्टी दिशा में कदम बढ़ाना होगा। केविन ओवन्स को स्टार स्टेटस मिलना चाहिए। वे मजेदार हैं और WWE के एक उम्दा रिंग परफ़ॉर्मर हैं। लेकिन अगर उन्हें अंडरटेकर, गोल्डबर्ग या फिर ब्रॉक लैसनर जैसा स्टार बनाना है तो केविन को ज्यादा से ज्यादा मौके देने की ज़रूरत है। अगर WWE चाहती है कि केविन ओवन्स को भी सन्यास लेने के बाद वापसी करने पर वैसा अटेंशन मिले जैसा आज द रॉक, स्टोन कोल्ड या शॉन माइकल्स को मिलती है, तो उन्हें केविन ओवन्स को बिल्ड करना होगा। और यहां बात केवल ओवन्स की नहीं हो रही। WWE को अपने फुल टाइम रैसलर्स की ओर ध्यान देना चाहिए, ताकि जब उनके पार्ट टाइमर रैसलर्स न हों तो भी उन्हें ज्यादा फर्क न पड़े। फास्टलेन पर गोल्डबर्ग के खिलाफ ओवन्स की जीत इस ओर पहला कदम होगा। #4 पार्ट टाइमर को चैंपियन नहीं बनना चाहिए ब्रॉक लैसनर का WWE चैंपियन बनना एक समय पर सही लगता है। वो ऐसे मॉन्स्टर है जो हर चैंपिनशिप मैच का स्तर बढ़ा देते हैं। लेकिन यहां पर एक कमी है, वे फुल टाइम रैसलर नहीं हैं। WWE को अपने खुद के चैंपियंस बनाने की ज़रूरत है, वो जो खुद हर हफ्ते शो पर नज़र आएं। अगर केविन ओवन्स फास्टलेन पर अपना ख़िताब हारते हैं, तो हमे कुछ महीनों तक ऐसा होते देखने नहीं मिलेगा। फास्टलेन पर अगर गोल्डबर्ग की जीत हुई तो फर्क नहीं पड़ेगा की रैसलमेनिया पर ख़िताब गोल्डबर्ग के पास हो या ब्रॉक लैसनर के पास। WWE का टॉप चैंपियन एक ऐसा रैसलर होगा जो सिमित समय के लिए WWE प्रोग्रामिंग का हिस्सा है। ये बिज़नेस के लिए अच्छी बात नहीं है। केविन ओवन्स को रॉ का टॉप चैंपियन होना चाहिए, एक ऐसा रैसलर जो हर रात रैसलिंग करने के लिए तैयार हो। भले ही ओवन्स की बुकिंग हमेशा एक डरपोक की तरह होती हो, लेकिन उनकी काबिलियत पर कोई ऊँगली नहीं उठा सकता। उन्हें गोल्डबर्ग या ब्रॉक लैसनर से कम आंकने की गलती नहीं की जानी चाहिए। पिछले कुछ महीनों के रॉ शोज़ को देखिए, आपको ओवन्स कहीं न कहीं ज़रूर दिख जाएंगे। WWE को पार्ट टाइम चैंपियंस की ज़रूरत नहीं है, खासकर के रॉ ब्रैंड के लिए जो स्मैकडाउन ब्रैंड से मात खा रही है। #3 ओवन्स बनाम जैरिको का मैच यूनिवर्सल चैंपियनशिप के लिए होना चाहिए अगर फास्टलेन पर केविन ओवन्स यूनिवर्सल चैंपियनशिप हार गए तो वो रैसलमेनिया में खाली हाथ जाएंगे। इससे केविन ओवन्स बनाम क्रिस जैरिको के भिड़ंत का मजा फीका पड़ जाएगा। ब्रैंड के विभाजन के बाद से क्रिस जैरिको और केविन ओवन्स रॉ के दो टॉप स्टार रहे हैं। हफ्ते दर हफ्ते वो दर्शकों का मनोरंजन करने की भरपूर कोशिश करते हैं। लेकिन पिछले मंडे नाईट रॉ पर उनकी दोस्ती टूट गयी। अब दर्शक उनके बीच फ्यूड देखने के लिए बेकरार हैं। उनके बीच फ्यूड करने का सबसे सही समय है, रैसलमेनिया 33। लेकिन अगर उस मैच में यूनिवर्सल चैंपियनशिप दांव पर ना हो तो, इसका मजा फीका पड़ सकता है। रैसलिंग के सबसे बड़े मंच पर उन्हें इस तरह के मैच की सख्त जरूरत है। उनके बीच फ्यूड की तैयारी महीनों से होते आई है और अब जहां ओवन्स अपने खास दोस्त पर टर्न हो चुके हैं तो दर्शकों का सपना जल्द पूरा हो सकता है। महीनों से रॉ को इतने कामयाबी से बढ़ाने के बाद अगर रैसलमेनिया पर उनके बीच भिड़ंत बिना ख़िताब के हुई तो ये दर्शकों के लिये निराशा की बात है। #2 यूनाइटेड स्टेट्स चैंपियनशिप को किसी दूसरे मैच का हिस्सा होना चाहिए अगर ओवन्स और जैरिको के बीच भिड़ंत यूनिवर्सल चैंपियनशिप के लिए नहीं हुई तो ये भिड़ंत जैरिको के US ख़िताब के लिए हो सकती है। छोटे चैंपिनशिप के लिए उनकी भिड़ंत करवाना उनके प्रतिभा को बर्बाद करनेवाली बात है। इस ख़िताब के लिए सैमी जेन जैसे रैसलर सही होंगे। पिछले हफ्ते जेन, US टाइटल के लिए मुक़ाबला कर रहे थे और वहां पर उनकी जीत अच्छी बात होती। ओवन्स और जैरिको का बिल्ड अप यूनिवर्सल चैंपियनशिप के साथ रैसलमेनिया के लिए सबसे अच्छा कदम होगा। अगर ऐसी कहानी आगे बढ़ी तो मेनिया पर किसी और को US ख़िताब के लिए किसी और रैसलर को मौका दिया जा सकता है। अगर ख़िताब जेन को ना देकर किसी और रैसलर को दिया जाए तो भी चलेगा। इससे किसी सुपरस्टार को फिलर मैच की जगह अच्छे मैच का हिस्सा होने का मौका मिलेगा। मिडकार्ड रैसलर्स के खातिर ओवन्स को अपना यूनिवर्सल चैंपियनशिप बचाना चाहिए ताकि मेनिया पर यूनिवर्सल चैंपियनशिप के लिए ओवन्स और जैरिको का सामना हो। आंद्रे द जाइंट बैटल रॉयल अच्छा मैच है, लेकिन फिर WWE मैचों की संख्या बढ़ा सकती है जिससे मैन कार्ड थोड़ा अच्छा दिखे। #1 गोल्डबर्ग बनाम ब्रॉक लैसनर को किसी ख़िताब की ज़रूरत नहीं है गोल्डबर्ग का फास्टलेन पर ना जीतने का ये सबसे बड़ा कारण है। आगे जाकर रैसलमेनिया 33 पर गोल्डबर्ग का सामना ब्रॉक लैसनर से होने वाला है। ये मैच अपने आप में बहुत बड़ा मैच है और इसमें किसी ख़िताब के होने या ना होने से कोई फर्क नहीं पड़ता। क्या लैसनर उस रैसलर से बदला ले पाएंगे, जो करियर के पूरे समय उनपर हावी रहे ? या फिर वापस हमे गोल्डबर्ग का दबदबा देखने मिलेगा ? रैसलमेनिया के मैच पर इन सवालों का जवाब मिलना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। 2 अप्रैल को उनके म्यूजिक बजते ही दर्शकों की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहेगा। इस भिड़ंत को किसी ख़िताब के साथ चिपकाने की ज़रूरत नहीं है। इसमें यूनिवर्सल टाइटल जोड़कर कुछ ज्यादा फायदा नहीं होगा। रॉ का सबसे बड़ा ख़िताब इन दोनों इकठ्ठा हुए दिग्गज रैसलर्स के सामने छोटा है। इसके उल्ट ख़िताब को वहां इस्तेमाल किया जाना चाहिए जहां उसकी अहमियत और ज़रूरत है। जैसे क्रिस जैरिको और केविन ओवन्स के फ्यूड में। लेखक: ब्रैंडन कार्नी, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी