ब्रॉक लैसनर का WWE चैंपियन बनना एक समय पर सही लगता है। वो ऐसे मॉन्स्टर है जो हर चैंपिनशिप मैच का स्तर बढ़ा देते हैं। लेकिन यहां पर एक कमी है, वे फुल टाइम रैसलर नहीं हैं। WWE को अपने खुद के चैंपियंस बनाने की ज़रूरत है, वो जो खुद हर हफ्ते शो पर नज़र आएं। अगर केविन ओवन्स फास्टलेन पर अपना ख़िताब हारते हैं, तो हमे कुछ महीनों तक ऐसा होते देखने नहीं मिलेगा। फास्टलेन पर अगर गोल्डबर्ग की जीत हुई तो फर्क नहीं पड़ेगा की रैसलमेनिया पर ख़िताब गोल्डबर्ग के पास हो या ब्रॉक लैसनर के पास। WWE का टॉप चैंपियन एक ऐसा रैसलर होगा जो सिमित समय के लिए WWE प्रोग्रामिंग का हिस्सा है। ये बिज़नेस के लिए अच्छी बात नहीं है। केविन ओवन्स को रॉ का टॉप चैंपियन होना चाहिए, एक ऐसा रैसलर जो हर रात रैसलिंग करने के लिए तैयार हो। भले ही ओवन्स की बुकिंग हमेशा एक डरपोक की तरह होती हो, लेकिन उनकी काबिलियत पर कोई ऊँगली नहीं उठा सकता। उन्हें गोल्डबर्ग या ब्रॉक लैसनर से कम आंकने की गलती नहीं की जानी चाहिए। पिछले कुछ महीनों के रॉ शोज़ को देखिए, आपको ओवन्स कहीं न कहीं ज़रूर दिख जाएंगे। WWE को पार्ट टाइम चैंपियंस की ज़रूरत नहीं है, खासकर के रॉ ब्रैंड के लिए जो स्मैकडाउन ब्रैंड से मात खा रही है।