अगर ईमानदारी से कहा जाए तो ब्रैंड स्पिलट एक सही आइडिया था पर ये पहले के जमाने में कार्यरत था अब नहीं। हमारे पास अभी भी अलग अलग ब्रैंड हैं। अगर हम पहले के कुछ यादें उठा कर देखें तो जब भी इस तरह के प्लान बनाए गए हैं वो हमेशा फेल हुए हैं। जैसा कि मैंने शुरू में ही कहा था ये बेहद ज़रूरी है कि हम उस वजह को देखे जो इस ब्रैंड स्पिलट को कामयाब बना सके। पर साथ ही साथ ये भी ज़रूरी है कि हम इसके लिए भी तैयार रहे अगर ये आइडिया फेल हुआ तो।
Edited by Staff Editor