दो दशक तक WWE में अंडरटेकर का डंका बजा है। रिंग में आने से पहले ही रिंग में खड़े रैसलर में खौफ समा जाता था। इन बीस सालों में टॉप के रैसलर में शुमार करना आसान काम तो नहीं रहा होगा। रिंग में उतरते ही सुर्खियां बन जाती। अगर वह खिताब नहीं भी जीतते हैं, तो उनके चमक पर कोई असर नहीं पड़ने वाला। अब तक 24 रैसलमेनिया का हिस्सा रहे अंडरटेकर रिंग में हमेशा आकर्षण का केंद्र रहे। बहुत से लोगों का ये मानना है कि वह इतने रैसलमेनिया का हिस्सा रहे हैं कि अब उन्हें खिताब जीतने की कोई जरुरत नहीं है। विंस का एक बयान काफी चर्चित रहा कि खिताब रैसलर को नहीं बनाता, बल्कि रैसलर खिताब को बनाता है। खिताब और खिताबी चुनौतियां स्टार नहीं बनाती हैं, और न ही पहले से स्टार रहे दिग्गजों के स्टारडम में कोई इजाफा ही कर पाती है। दिग्गज तो खुद खिताबी जंग की शोभा बढ़ाते है।