5 कारण क्यों 2018 का Royal Rumble एक बेबीफेस को जीतना चाहिए

रैसलिंग में भी एक हीरो और विलन होता है। एक तरफ जहां हीरो (बेबीफेस) अपने सामने खड़ी की गई मुश्किलों को हरा कर मुख्य भूमिका में आ जाता है तो वहीं विलन (हील) एक सपोर्टिंग किरदार की भूमिका निभाता है। 90 के दशक में स्टोन कोल्ड स्टीव ऑस्टिन, द रॉक और क्रिस जैरिको ने आकर अपने हीलिश टच के बावजूद अपने किरदारों को बेहद आनंदमयी बनाए रखा जिसकी वजह से बेबीफेस का मतलब ही बदल गया। ये वो दौर था जहां इन किरदारों में एटीट्यूड ने अपनी जगह बनाई। जैसे-जैसे WWE एक ग्लोबल पावरहाउस की तरफ बढ़ी, वैसे ही उन्होंने अपने TV-14 को TV-PG में परिवर्तित कर दिया, जिसका अर्थ था कि अब खून से भरी लड़ाइयां नहीं हो सकती थी, महिलाओं पर अशोभनीय बातें नहीं हो सकती थी, और इससे WWE को पैसा कमाने का एक काफी अच्छा मौका मिल गया। अब इसका ये मतलब तो बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए कि रैसलर्स के अंदर किरदार की डेप्थ नहीं हो, और शायद यही कारण है कि फैंस ने कई बेबीफेस रैसलर्स की जगह हील किरदारों को तरजीह दी है। अगर कम्पनी किसी रैसलर को फैन फ़ेवरिट बनाना चाहती है तो ऐसा रॉयल रंबल से ही हो सकता है। ये हैं वो 5 कारण जिनके आधार पर एक बेबीफेस ही रॉयल रंबल 2018 का विजेता होना चाहिए:

#1 एक फ्रस्टेटिंग ट्रेडिशन का अंत होगा

रॉयल रंबल पर एक कमाल की प्रथा चली हुई है और वो है कि उसको जीतने वाला रैसलमेनिया पर वर्ल्ड टाइटल के लिए मौजूदा चैंपियन से लड़ता है। इस मैच में कुछ जाने पहचाने और प्रिय रैसलर्स की वापसी, रिकॉर्ड एलिमिनेशन्स और हर किस्म के एलीमिनेशन को बचा लेना सरीखे पल शामिल हैं। इस विजेता को चुनने में WWE ने पिछले कुछ सालों में गलती ही की है। 2013 में ये जीत जॉन सीना को सिर्फ इसलिए मिली ताकि उनके और रॉक के बीच रैसलमेनिया पर एक मैच हो सके। ऐसा ही 2014 में हुआ जब बतिस्ता को रॉयल रंबल विजेता बनाया गया। उस समय डैनियल ब्रायन सबके प्रिय रैसलर थे। 2016 में ट्रिपल एच ने रोमन से पहले WWE टाइटल जीता और बाद में वो इसे रोमन में ही हाथों हार गए। इसके बाद WWE ने सारे रैसलर्स के बीच रैंडी ऑर्टन को इस मैच का विजेता बनाया जिसने इस मैच पर प्रशंसकों के बीच एक एक सवाल पैदा कर दिया है। ऐसा नहीं है कि जब WWE ने कुछ नए रैसलर्स को चुना तो एक अच्छा निर्णय लिया। अब अल्बर्टो डेल रियो, शेमस और रोमन के माध्यम से कम्पनी ने प्रयास किया पर वो फैंस के मन को अच्छा नहीं लगा। इसलिए ये ज़रूरी है कि WWE इसकी भरपाई इस साल किसी ऐसे रैसलर को विजेता के रूप में चुनकर पूरी करे जो फैंस के बीच काफी लोकप्रिय हो।

#2 एक यादगार रैसलमेनिया मेन इवेंट की स्थापना होगी

एक दौर था जब रैसलमेनिया सबसे बड़े रैसलिंग शो के तौर पर जाना जाता था। उसका वो रुतबा आज भी है, पर NJPW के रैसल किंगडम ने और कई अन्य प्रोमोशन्स द्वारा खुद की रैसलिंग का स्तर बढ़ा देने के बाद रैसलमेनिया को भी खुद को बेहतर करना होगा। उस मेन इवेंट की नींव पड़ती है रॉयल रम्बल पर और अल्बर्टो डेल रियो, ट्रिपल एच तथा रैंडी ऑर्टन सरीखे रॉयल रंबल मैच विनर्स ने रैसलमेनिया पर बेहद बेकार मैचेज़ लड़ें हैं। इस साल ये मौका मिलना चाहिए किसी ऐसे को जो इसके योग्य हो, जिसकी वजह से कुछ ड्रीम मैचेज़ जैसे कि एजे स्टाइल्स बनाम नाकामुरा, ब्रॉन स्ट्रोमैन बनाम रोमन रेंस और अगर कोई उभरता रैसलर जैसे कि फिन बैलर अगर इसका हिस्सा बन जाएंगे तो कमाल हो सकता है।

#3 उभरते रैसलर्स को होगा फायदा

WWE के पास वो सारे यंत्र है जिससे किसी भी रैसलर को बेहतर किया जा सकता है, और NXT ने यही किया है। इस साल का रॉयल रंबल वहीं के रैसलर्स से भरा होगा, जैसे कि बॉबी रूड, नाकामुरा और चैड गेबल। इस समय NXT ने ये निश्चित किया है कि भविष्य में WWE के पास कई बेबीफेस और हील्स हों। जब ये मेन रॉस्टर पर आते हैं तब ये WWE की क्रिएटिव राइटिंग की भेंट चढ़ जाते हैं। रॉयल रम्बल ने कई ब्रेकआउट स्टार्स को मेन इवेंट स्टार्स बनाने में मदद की है, जैसे कि 1998 में स्टोन कोल्ड स्टीव ऑस्टिन। यही हाल 2006 में रे मिस्टीरियो और 2005 के रॉयल रंबल मैच में जीतकर ट्रिपल एच के साथ एक पिक्चर परफेक्ट फ़्यूड करने के कारण बतिस्ता के साथ हुआ। अगर WWE रॉयल रंबल मैच में सर्वाइवर सीरीज वाली गलती ना करे और पार्ट टाइमर कर्ट एंगल, ट्रिपल एच तथा शेन मैकमैहन को अतिरिक्त तरजीह ना दें तो हम एक बेबीफेस को यहां एक जबरदस्त स्टार बनते हुए देख सकते हैं, जिसकी उन सभी नए रैसलर्स को ज़रूरत है, जैसे एक समय पर उन लेजेंड्स को थी।

#4 ये एक क्रांति लेकर आएगा

विंस मैकमैहन ने 2014 में स्टोन कोल्ड से कहा था कि रैसलर्स स्पॉटलाइट नहीं ले पा रहे हैं। यहां ये बात ध्यान देने वाली है कि WWE के पास टैलेंट का भंडार है और वो लगातार दुनियाभर से नए रैसलर्स को अपने साथ जोड़ रहा है। इसलिए ये ज़रूरी है कि वो इस भीड़ में कहीं खो ना जाए और कहीं ये शफल उन्हें गायब ना कर दे। कम्पनी के पास इतने सारे शोज हैं कि वो कहीं भी इन्हें इस्तेमाल कर सकती है। कम्पनी के पास मौका है कि वो इन अंडरयूटिलाइज और खुद को बेहतर कर रहे रैसलर्स को फैंस के साथ जुड़ने का मौका दे और ये भी देख सके कि क्या उनमें मेन इवेंट वाले रैसलर्स जैसा माद्दा है। शुरुआत में विंस द्वारा कही गई बात उनके लिए ही मुश्किल बनी है क्योंकि डॉल्फ ज़िगलर, जैक राइडर और सिज़ेरो जैसे रैसलर्स कभी खुद की पहचान नहीं बना सके। जॉन सीना और ट्रिपल एच सरीखे रैसलर्स को अब कुछ और साबित करने की जरूरत नहीं है पर रूसेव, नाकामुरा और फिन बैलर एक अच्छा मैच प्रस्तुत कर सकते हैं अगर उन्हें मौका दिया जाए तो।

#5 एक नए स्टार को बनाने का मौका

जिन रैसलर्स ने एक समय तक कंपनी को आगे बढ़ाया उनमें से ज़्यादातर रिटायर ही चुके हैं या फिर कम्पनी के साथ पार्ट टाइम काम करते हैं। मौजूदा समय के ब्रे वायट को ही ले लीजिए। इन्हें मौजूदा समय का अंडरटेकर माना जाता था, ओर क्रिएटिव टीम ने इनके किरदार को बेकार कर दिया। वहीं डीन एम्ब्रोज़ में वो बात थी कि वो एक ब्रेकआउट स्टार बन सकते थे, पर उन्हें अपने साथी शील्ड साथियों जितनी सफलता नहीं मिली। फिन बैलर में वो सारी खूबियां है जो उन्हें हर चैंपियनशिप के योग्य बनाती हैं, पर विंस के आधार पर वो फैंस के बीच लोकप्रिय नहीं है। यहां ये बात ध्यान देने वाली है कि जिन पुराने रैसलर्स को बहुत तरजीह मिल रही है उन्हें एक एक्साईटमेंट को बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए। अगर WWE ये चाहती है कि आने वाले समय में उनके इस बड़े टैलेंट पूल में से स्टार्स को आगे नाम मिले तो रॉयल रंबल पर जीत एक फ्यूचर वर्ल्ड चैंपियन बनाने का उनके पास अच्छा मौका है। लेखक: एवर्न द्रन, अनुवादक: अमित शुक्ला