अगर आपने स्मैकडाउन लाइव का पिछला एपिसोड मिस कर दिया है तो आपने WWE चैंपियनशिप पर एक बड़ी घोषणा मिस कर दी है। जिन्दर महल अपना WWE टाइटल पंजाबी प्रिज़न स्ट्रक्चर के अंदर रैंडी ऑर्टन के खिलाफ डिफेंड करेंगे। पंजाबी प्रिज़न मैच करीब एक दशक बाद WWE बैटलग्राउंड में देखने को मिलेगा। इस घोषणा के बाद WWE यूनिवर्स से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं और कुछ दर्शक इसका सपोर्ट कर रहे हैं तो वहीं कुछ इसका विरोध। आइए नज़र डालते हैं उन 5 कारणों पर जो बताते हैं कि क्यों पंजाबी प्रिजन मैच कराना एक बेहतरीन आइडिया है।
देखने में आकर्षक
WWE फैंस ने काफी सालों से पंजाबी प्रिजन मैच नहीं देखा है। आखिरी पंजाबी प्रिज़न मैच जुलाई 2007 में बतिस्ता और द ग्रेट खली के बीच में हुआ था। PG एरा की शुरुआत जुलाई 2008 में हुई थी और PG एरा और न्यू एरा में अभी तक इस स्ट्रक्चर का इस्तेमाल नहीं हुआ है। WWE में खतरनाक स्ट्रक्चर के बीच में दिल दहलाने वाले मुकबले होते रहते हैं, लेकिन गिमिक वाले मैच कम ही होते हैं। पंजाबी प्रिजन मैच इसलिए बढ़िया आइडिया नज़र आता है, और यह देखने में भी आकर्षक है।
पीपीवी का स्तर बढ़ेगा
जब आप एक ही महीने में दो पीपीवी करते हैं तो आपको फैंस का इंट्रेस्ट खोने का डर होता है। जहां गिमिक पीपीवी का अपना आकर्षण होता है, वहीं स्टैंडर्ड B- पीपीवी जैसे पेबैक, बैकलैश, बैटलग्राउंड आदि नार्मल फैंस के लिए उतना मायने नहीं रखते। इस पीपीवी को स्पेशल बनाने के लिए WWE को कुछ बड़ा करने की जरूरत थी और पंजाबी प्रिजन मैच से अच्छा तरीका उनके पास नहीं हो सकता था।
सिंह ब्रदर्स का दखल नहीं होगा
रैंडी ऑर्टन और जिंदर महल के बीच हुए दोनों मुकाबलों में सिंह ब्रदर्स ने दखल दिया था, जिसकी मदद से महल ने दोनों मुकाबले जीते थे। महल को एक कायर हील के रूप में अभी तक दिखाया गया है। स्ट्रक्चर के होने से इस मुकाबले में सिंह ब्रदर्स दखल नहीं दे पाएंगे, जिससे रैंडी ऑर्टन को एडवांटेज होगा। वहीं अगर महल इस मुकाबले को जीत जाते हैं, तो उनकी रेप्युटेशन भी बढ़ेगी।
भारतीय जनता से कनेक्शन बनेगा
जानकारों का मानना है कि जिंदर महल को WWE चैंपियन बनाने का एक ही कारण है - कंपनी का इंडियन मार्किट में अपनी जगह बनाना। 130 करोड़ जनसंख्या वाले देश में नए दर्शकों की संभावनाएं बेहद अधिक हैं। अगर WWE जिंदर महल को भारत में मार्केटिंग के लिए अपना चेहरा बनाना चाहता है, तो उन्हें भारतीय कल्चर से जुड़े प्रोग्राम करने होंगे। और पंजाबी प्रिज़न मैच वह कनेक्शन बनाने के लिए परफेक्ट है।
ग्रैंड फिनाले
मई में बैकलैश में शुरू हुई जिंदर और रैंडी की फिउड का अंत पंजाबी प्रिजन मैच से होगा। इस फिउड के आखिरी मैच को बड़ा बनाना जरुरी है और लकड़ी के इस स्ट्रक्चर में इस मैच को कराना मज़ेदार होगा। जिंदर महल इस मैच को जीतकर अपनी रेप्युटेशन बढ़ा सकते हैं। वहीं स्ट्रक्टर के कारण बैरन कॉर्बिन का भी मनी इन द बैंक से कैश इन करने के आसार कम ही नज़र आते हैं। लेखक : ऋजु दासगुप्ता, अनुवाक : मनु मिश्रा