अबतक का सालों से यही सिलसिला रहा है। आप अपने आखरी मैच में हारकर टॉर्च किसी युवा के हाथों में थमा कर अलविदा कह दें। लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता। गोल्डबर्ग यहाँ पर स्पॉटलाइट के लिए नहीं आएं हैं। उनके पास आगे बढ़ाने के लिए कोई विरासत भी नहीं है। ब्रॉक लैसनर पार्ट-टाइमर सुपरस्टार हैं। वे हर हफ्ते नहीं आते। लैसनर रॉयल रम्बल पर थे, फास्टलेन में हिस्सा लिया और फिर रैसलमेनिया में भाग लेकर चले गए। समरस्लैम पर रैंडी ऑर्टन को तबाह करने के पहले तक वे दिखे नहीं थे। वे चार महीने गायब रहे। इसके अलावा वे और दो महीने से नहीं दिखे हैं। इसलिए हार और जीत की तुलना में यहाँ पर ब्रॉक को फायदा है। यहाँ पर वे गोल्डबर्ग के हाथों हारकर वापस गायब हो सकते हैं और फिर सीधे रॉयल रम्बल पर दिखाई दें। उन्हें केवल बाहर आकर लोगों को तबाह करना है और एक बार फिर से वे वैसे मॉन्स्टर बन जाएंगे जैसा पहले हुआ करते थे। गोल्डबर्ग के सन्यास लेने के पहले आखरी मैच में उनके हाथों हारकर ब्रॉक पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। बिना चोट खाएं दोनों स्टार्स बाहर आएंगे। लेखक: निकोलस ए मर्सिवो, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी