मेक-ए-विश फाउंडेशन
मेक-ए-विश फाउंडेशन को 37 साल पहले स्थापित किया गया था, ताकि जो बच्चे बीमार होते हैं उनकी मदद कर विश पूरी की जा सके। वहीं इसमें केवल 3 से 17 साल की उम्र वाले बच्चे ही जुड़ सकते हैं, जिसमें बच्चे के चिकित्सक उनकी बीमारी को देख फैसला लेते हैं कि वो पात्र हैं या नहीं। दरअसल हर आधे धंटे बाद मेक-ए-विश फाउंडेशन बच्चों को उस स्थिती में एक विश पूरी करता है, जिसमें हर बच्चा अपनी विश पूरी करवाता है। कुछ बच्चों की दिली इच्छा होती है थीम पार्क जाने की, तो किसी की हार्स राइडिंग की, वहीं कुछ की अपने रियल हीरो से मुलाकात करने की भी तमन्ना होती है। इन्ही सब काम में दिलचस्पी के साथ जुड़े रहते हैं जॉन सीना। इसके अलावा, 37 साल पहले स्थापित हुए फाउंडेशन के बाद सीना से ज्यादा किसी की भी इतनी डिमांड नहीं थी। फाउंडेशन में अब तक कई लाख बच्चे हो गए हैं, जिनकी सीना के मिलने की काफी इच्छा रहती है। सीना जब भी फाउंडेशन के किसी बच्चे के साथ होते हैं, तो वो उसे बाहर की दुनिया में ले जाते हैं, ताकि उसे महसूस हो। जॉन दिल से काफी अच्छे हैं, उन्हें पता है कि कैसे किसी बच्चे को खुश रखा जा सकता है। लेखक- जे. कार्पेंटर, अनुवादक- मोहिनी भदौरिया