इसके लॉजिक में कमियाँ थी
प्रो-रैसलिंग में अगर ज़्यादा लॉजिक की बात सोचूँगा तो कुछ नही कर पाउँगा, इसलिए उसकी उम्मीद तो छोड़ ही दूँ, लेकिन जो भी करो, कुछ तो सोच समझ कर करो। मतलब एक शर्टलेस बंदा एक लिमो में क्यों जाएगा, और ड्राइवर भी क्यों उसको ले जाएगा। उसके बाद वो डॉल्स से भरा घर देखकर ही मैं वापस आ जाऊँगा, पर रैंडी अंदर तक गए, लेकिन कोई कमाल ना कर सके। आखिरकार वहाँ पर कैमरामैन थे ही क्यों? एक ऑन ग्राउंड फुटेज होती तो भी अच्छा था, लेकिन ये तो नाकाबिल था। उसपर सोने पे सुहागा ये कि किसी चीज में कोई भी लॉजिक नही।