शील्ड बस एक टीम नहीं थी, बल्कि वो तीन भाई की तरह थे। वो तीन ऐसे शेर थे, जोकि अपने विरोधी पर ऐसे हमला करते थे कि उन्हें पता ही नहीं चलता था कि हुआ तो हुआ क्या। उनको सबसे पहले 2012 सरवाइवर सीरीज में देखा गया, जहां उन्होंने अपना शिकार बनाया सीएम पंक को। इसके बाद उन्होंने मेन रोस्टर में सबको अपना शिकार बनाया। जिसमे पूर्व चैम्पियंस से लेकर हॉल ऑफ फेमर्स भी शामिल थे। एक साल के अंदर ही तीनों मेम्बर्स के पास चैंपियनशिप गोल्ड था। रेंस और रॉलिंस जहां टैग टीम चैम्पियंस थे, तो एम्ब्रोज़ यूनाइटेड स्टेट्स चैम्पियन थे। 6 मैन टैग मैच में लगभग 6 महीने तक उन्हें कोई नहीं हरा पाया। उन्होंने इसी बीच कुछ शानदार मुकाबलें भी लड़े, जिसमे कुछ में उनके विरोधी थे, द वायट फैमिली और टीम हैल नो और द अंडरटेकर। उसके बाद वो अथॉरिटी के कहने पर चलने लगे और हर उस सुपरस्टार पर हमला करते, जो ट्रिपल एच के बीच में आता, लेकिन नवंबर 2013 में उन्होंने ट्रिपल एच पर ही हमला कर दिया। उसके बाद शील्ड ने केन और द न्यू एज आउटलॉस को हराया, उसके बाद रैसलमेनिया 30 में ट्रिपल एच को एक बार फिर एवोल्यूशन को एक साथ करना पड़ा। हालांकि एवल्यूशन को 2013 में हुए एक्सट्रीम रुल्स में हराकर शील्ड WWE की सबसे खतरनाक टीम बन गई। उसके बाद इन दोनों टीमों का रिमैच हुआ पेबैक में जहां शील्ड ने एक बार एवल्यूशन को हरा दिया और उस मैच में शील्ड का एक भी सदस्य आउट नहीं हुआ। पेबैक के बाद वाली रॉ में रॉलिंस ने शील्ड को धोखा दे दिया और उनके ऊपर हमला कर दिया। शील्ड एक टीम के रूप में काफी सफल रही हौ वो फैंस के चहेते भी बने। उसके बाद से तीन मेम्बर्स की राह बिल्कुल अलग हो गई, इसी बीच शील्ड के तीनों मेम्बर्स चैम्पियन भी बने। यह तीनों पहली बार आमने-सामने होंगे, वो भी ट्रिपल थ्रेट मैच में WWE बैटलग्राउंड में। यह एक ऐसा मेन इवेंट हैं, जोकि आसानी से रैसलमेनिया में हेडलाइन कर सकता हैं।