द अंडरटेकर रैसलिंग जगत के एक दिग्गज रैसलर हैं और भविष्य के हॉल ऑफ फेमर भी हैं। उनका करियर करीब दो दशक से लम्बा रहा है जिसमें वो साप्ताहिक टीवी शो और वार्षिक रैसलमेनिया में भाग लिया करते थे। कई बार WWE ने औसतन स्टार्स को महान बना दिया है और अंडरटेकर इसके सबसे अच्छे उदाहरण हैं। रैसलमेनिया 33 पर रोमन रेन्स के खिलाफ हारने के बाद टेकर ने रैसलिंग को अलविदा कह दिया। टेकर के संन्यास को मिली जुली प्रतिक्रिया मिली क्योंकि ऐसे भी कई दर्शक हैं जो उन्हें ओवररेटेड मानते हैं। यहां पर ऐसे ही 5 वजहों का जिक्र करेंगे जो साबित करते हैं कि टेकर ओवररेटेड थे।
#5 खुद को बेहतर साबित करने के लिए उन्हें टॉप स्टार की ज़रूरत थी
जब कोई रैसलर केवल टॉप स्टार्स के खिलाफ मैच लड़कर अपना स्तर बढ़ाए तो आप उसकी काबिलियत के बारे में क्या विचार करेंगे। आप रैसलिंग के किसी भी मंच पर जॉन सीना का मैच देख लीजिए, उनके विरोधी सभी तरह के होते हैं। पिछले दो दशक में अंडरटेकर का सामना कंपनी के सभी टॉप स्टार्स से हो चुका है। इससे उन्होंने अपना मोमेंटम तैयार किया ताकि कंपनी में बने रह सकें। बड़े-बड़े मैचेस में फिनम का सामना ट्रिपल एच, शॉन माइकल्स, बतिस्ता, स्टोन कोल्ड और मिक फॉली जैसे रैसलर्स से हो चुका है। ये रैसलर्स कमाल के हैं और इन्होंने टेकर को महान साबित करने के लिए अपने शरीर को जोखिम में डाला। इन सभी के मैचेस में एक चीज़ सामान्य थी, टेकर की किकआउट। इन्होंने टेकर के गेम का स्तर सुधारा।
#4 माध्यम माइक स्किल्स
रिंग में आकर "रेस्ट इन पीस" बोलने से आपकी माइक स्किल बेहतरीन नहीं हो जाती। अंडरटेकर के अधिकतर प्रोमो में वो ज्यादा समय रिंग में आने में लगाते हैं। तो वहीं उनकी हर लाइन के बाद 20 सेकंड का अंतर होता है जिससे उनका प्रोमो काफी लम्बा लगता है। इसी वजह से WWE ने शुरू में उन्हें पॉल हेमेन के साथ काम करने दिया। फिर उनके जाने के बाद टेकर की माइक स्किल्स सीमित हो गयी। रोस्टर में ऐसे कई रैसलर्स हैं जो फिनम से बेहतर माइक स्किल दिखा सकते हैं, लेकिन उन्हें कभी मौका नहीं मिला।
#3 औसत मैचेस
अंडरटेकर के बेहतरीन मैचों की गिनती हम उंगलियों पर कर सकते हैं। उनके रैसलमेनिया पर आधे मैचेस तो स्क्वाश मैचेस थे जिसमें उन्होंने मिडकार्ड या फिर अपर लेवल टैलेंट को मात दी। हमे अंडरटेकर के मैचों का नतीजा मालूम होता था और इसलिए उसके लिए इतनी ज्यादा उत्सुकता नहीं होती थी। अंडरटेकर के मैचों में बड़े किरदार और बड़ा प्रोमो हुआ करता है जिससे उनके मैचेस का वजूद बनता है। अगर आप अंडरटेकर के मैचेस को बिना भेदभाव किये बारीकी से देखेंगे तो आपको ये बात समझ आएगी।
#2 वो उनके गिमिक से आगे बढ़े
WWE ने कई औसतम किरदार को वर्ल्ड क्लास बनाया है। सर्वाइवर सीरीज 1990 में अंडरटेकर का डेब्यू हुआ जिसमें उनका रहस्यमयी किरदार था। इसके बाद सभी "डेैडमैन" कहकर उन्हें जानने लगे। उनका यही किरदार सालों से उनके साथ जुड़ा हुआ है। ऐसा इसलिए रखा गया है क्योंकि इससे ही दर्शक उनमें दिलचस्पी लेंगे। उनका ये किरदार अब आम नहीं रहा और वो केवल रैसलमेनिया पर दिखाई देते हैं।
#1 सीमित रैसलिंग काबिलियत
द फिनम के पास लास्ट राइड, गोइंग ऑल्ड स्कूल, हैल्स गेट और टोम्बस्टोन पाइल ड्राइवर जैसे मूव्स हैं लेकिन इसके अलावा उनकी रैसलिंग काबिलियत औसत ही है। आप अंडरटेकर की काबिलियत को जॉन सीना या रोमन रेन्स या फिर द रॉक के साथ नहीं नाप सकते। बिना बड़ी बुकिंग के टेकर शायद आज कार्ल एंडरसन की तरह ही होते। वहीं बढ़ती उम्र के साथ साथ टेकर की रैसलिंग काबिलियत में भी गिरवाट आई है। लेखक: मैथ्यू अबुवा, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी